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विश्व तीरंदाजी : भारतीय महिला कंपाउंड टीम ने स्वर्ण पदक के साथ रचा इतिहास

विश्व तीरंदाजी : भारतीय महिला कंपाउंड टीम ने स्वर्ण पदक के साथ रचा इतिहास

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बर्लिन, 4 अगस्त। ज्योति सुरेखा वेन्नम, अदिति स्वामी और परनीत कौर की भारतीय महिला कंपाउंड टीम ने सर्वोच्च वरीयता प्राप्त मेक्सिको को 235-229 से हराकर विश्व तीरंदाजी चैम्पियनशिप में पहली बार स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया।

विश्व तीरंदाजी में भारतीय धनुर्धरों को पहली बार स्वर्ण

भारत ने 1981 में पुंटा अला (इटली) में विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में पहली बार भागीदारी की थी और उसके बाद से वह पहली बार विश्व चैंपियन बना है। भारत इससे पहले विश्व तीरंदाजी चैम्पियनशिप में रिकर्व वर्ग में चार बार और गैर-ओलंपिक कंपाउंड वर्ग में पांच बार फाइनल में हार चुका है। अब इस जीत के साथ ही भारत ने मौजूदा विश्व कप में अपने पदक का खाता खोला।

भारतीय टीम ने इससे पहले सेमीफाइनल में कोलंबिया 220-216 और क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे को 228-226 से हराया था। मेक्सिको के खिलाफ फाइनल में तीनों भारतीय खिलाड़ियों ने पहले तीन दौर में 60 में 59-59 अंक बनाये। इससे भारत ने 177-172 की बढ़त बना ली। भारत ने चौथे दौर में 58 के स्कोर के साथ मुकाबला जीत लिया।

ज्योति, अदिति और परनीत व्यक्तिगत वर्ग के भी पदक दौड़ में शामिल

ज्योति, अदिति और परनीत व्यक्तिगत स्पर्धा के के भी क्वार्टर फाइनल में पहुंच कर पदक की दौड़ में हैं। परनीत के सामने अंतिम-आठ में ज्योति की चुनौती होगी तो वहीं अदिति का मुकाबला नीदरलैंड्स की सन्ने डी लाट से होगा।

विश्व चैम्पियनशिप में ज्योति का कुल सातवां पदक

स्वर्ण पदक जीतने के बाद ज्योति ने कहा, ‘हम प्रक्रिया पर ध्यान दे रहे है। हमने पर्याप्त रजत पदक जीते थे और हमने कल सोच लिया किया था कि हम स्वर्ण जीतेंगे। यह एक शुरुआत है और हम और अधिक पदक जीतेंगे।’ विश्व चैम्पियनशिप में यह ज्योति का कुल सातवां पदक है। उन्होंने इस स्वर्ण से पहले चार राजत और दो कांस्य पदक जीते हैं।

वहीं हाल ही में अंडर-18 विश्व चैंपियन बनने वाली 17 वर्षीया अदिति इस टीम की सबसे जूनियर सदस्य हैं। उन्होंने कहा, ‘देश के लिए पहला पदक जीतना और भारतीय ध्वज को लहराते देखना एक विशेष क्षण है।’

सभी रिकर्व तीरंदाज पदक की दौड़ से बाहर हो चुके हैं

देखा जाए तो ऐसे समय, जब भारतीय रिकर्व तीरंदाज गिरावट की स्थिति में हैं, गैर ओलंपिक कंपाउंड वर्ग में इस जीत से टीम का हौसला बढ़ेगा। इस टूर्नामेंट में भारत के सभी रिकर्व तीरंदाज पदक की दौड़ से बाहर हो गए हैं। धीरज बोम्मदेवरा और सिमरनजीत कौर के गुरुवार को प्री-क्वार्टर फाइनल से बाहर होने रिकर्व वर्ग में भारत की चुनौती खत्म हो गई है।

भारत ने पिछली बार डेन बॉश नीदरलैंड्स में 2019 सत्र में विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप के रिकर्व वर्ग में पदक जीता था।  तरुणदीप राय, अतनु दास और प्रवीण जाधव की पुरुष टीम ने रजत पदक जीता था।

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