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एअर इंडिया विमान हादसे के 28 घंटे बाद मिला Black Box, जांच में जुटीं तीन एजेंसियां

एअर इंडिया विमान हादसे के 28 घंटे बाद मिला Black Box, जांच में जुटीं तीन एजेंसियां

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अहमदाबाद, 13 जून। अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास गुरुवार की दोपहर हुए एअर इंडिया विमान हादसे के 28 घंटे बाद बोइंग 787-8 एयरक्राफ्ट का ब्लैक बॉक्स मिल गया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार ब्लैकबॉक्स एक छत पर मिला है। एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इनवेस्टिगेशन ब्यूरो ने ब्लैकबॉक्स को अपने कब्जे में ले लिया है।

नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने X पर एक पोस्ट में कहा कि अहमदाबाद विमान हादसे के 28 घंटे के भीतर विमान का फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (ब्लैक बॉक्स) बरामद कर लिया गया है। यह विमान हादसे की जांच में एक महत्वपूर्ण प्रगति मानी जा रही है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधीन विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने ब्लैक बॉक्स को घटनास्थल से बरामद किया। ब्लैक बॉक्स में मौजूद तकनीकी जानकारी और उड़ान से जुड़े डेटा की मदद से हादसे के कारणों की गहराई से जांच की जाएगी।

दरअसल, कुल तीन एजेंसियां मिलकर हादसे की जांच में जुटी हैं। इनमें भारत के एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इनवेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की टीम के अलावा अमेरिकी नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड यानी NTSB जांच में सहयोग कर रहा है। ब्रिटेन के एयर एक्सिडेंट्स इनवेस्टिगेशन ब्रांच की भी मदद ली जा रही है। जांज के बाद ही साफ होगा कि आखिर हादसे की वजह क्या थी।

टीमों ने युद्धस्तर पर किया काम

AAIB की टीम ने हादसे के तुरंत बाद जांच कार्य शुरू कर दिया था। राज्य सरकार की ओर से 40 से अधिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच दल की सहायता की। इससे रेस्क्यू और साक्ष्य संकलन में काफी तेजी आई।

ब्लैक बॉक्स का महत्व

जहां तक ब्लैक बॉक्स का सवाल है तो एविएशन विशेषज्ञ सुभाष गोयल के अनुसार इसे विशेष तकनीक से बनाया जाता है ताकि वह न तो जल सके और न ही पानी में खराब हो। इसमें कॉकपिट के अंदर की सभी बातचीत रिकॉर्ड होती है। हादसे से पहले पायलट और को-पायलट के बीच क्या संवाद हुआ था, यह जानना जांच के लिए बेहद अहम होता है।

गलत रिपोर्टों पर उड्डयन मंत्रालय की सफाई

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो ब्लैक बॉक्स का नहीं है। मंत्रालय ने कहा कि जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह DFDR (डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर) नहीं है। असली ब्लैक बॉक्स को दुर्घटनास्थल की एक इमारत की छत से बरामद किया गया है।

चंद्रशेखरन बोले – यह टाटा समूह के इतिहास के सबसे काले दिनों में एक

इस बीच टाटा संस के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन ने प्लेन हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, ‘कल जो हुआ, वह समझ से परे है। हम सदमे और शोक में हैं। हम जानते हैं कि एक व्यक्ति को भी खोना त्रासदी है, लेकिन एक साथ इतनी सारी मौतें होना समझ से परे है। यह टाटा समूह के इतिहास के सबसे काले दिनों में से एक है। अभी शब्दों से सांत्वना नहीं मिल सकती, लेकिन मेरी संवेदनाएं दुर्घटना में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों के साथ हैं।’

शुरुआती तौर पर कुछ एक्सपर्ट दोनों इंजन फेल होने की संभावना जता रहे

चंद्रशेखरन ने लिखा, ‘हम उनके लिए यहां हैं। आप जानते हैं कि पिछले 24 घंटों में भारत, UK और US से जांच दल दुर्घटना की जांच करने के लिए अहमदाबाद पहुंच चुके हैं। उन्हें हमारा पूरा सहयोग है। हम हादसे के कारणों को पूरी तरह से पारदर्शी रखेंगे। शुरुआती तौर पर कुछ एक्सपर्ट दोनों इंजन फेल होने की संभावना जता रहे हैं।’

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