
पीएम मोदी को त्रिनिदाद और टोबैगो का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, बोले – ‘हमारे रिश्तों में क्रिकेट का रोमांच भी है और तड़का भी’
पोर्ट ऑफ स्पेन, 4 जुलाई। त्रिनिदाद एंड टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कांगालू ने शुक्रवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो’ से सम्मानित किया। यह सम्मान पाने वाले वह पहले विदेशी नेता बन गए हैं।
यह पुरस्कार त्रिनिदाद और टोबैगो के सर्वोच्च सम्मान की श्रेणी में आता है और इसे पाने वाले व्यक्ति को उस देश के प्रति विशेष योगदान के लिए पहचाना जाता है। प्रधानमंत्री मोदी को यह सम्मान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उनके नेतृत्व, लोकतांत्रिक मूल्यों की मजबूती और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए दिया गया है।
त्रिनिदाद और टोबैगो की सरकार व नागरिकों का आभार व्यक्त किया
पीएम मोदी ने यह पुरस्कार स्वीकार करने के बाद त्रिनिदाद और टोबैगो की सरकार व नागरिकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, ‘ये सम्मान मैं भारत के 140 करोड़ नागरिकों की ओर से एक साझा गौरव के रूप में स्वीकार करता हूं। ये पुरस्कार हमारे साझा इतिहास, संस्कृति और गहरी मित्रता का प्रतीक है। यह सम्मान सिर्फ एक औपचारिकता नहीं बल्कि भारत और त्रिनिदाद एंड टोबैगो के बीच गहरे रिश्तों और ऐतिहासिक जुड़ाव की पहचान है।’
‘मजबूत देशों के पास वीर सेना समेत होने चाहिए 6 चीजें‘
पीएम मोदी ने कहा, ‘यह बहुत गर्व का विषय है कि भारतीय समुदाय की ओर से हमारी साझी परंपरा, संस्कृति और रीति-रिवाजों को आज भी संजो कर रखा गया है। दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक मेलजोल कदम-कदम पर दिखाई देता है। राष्ट्रपति कंगालू जी के पूर्वज संत तिरुवल्लुवर जी की धरती तमिलनाडु से थे। उन्होंने कहा था कि मजबूत देशों के पास 6 चीजें होनी चाहिए – वीर सेना, देशभक्त नागरिक, संसाधन, अच्छे जन प्रतिनिधि, मजबूत डिफेंस और ऐसे मित्र देश जो हमेशा साथ खड़े रहें।’
‘हमारे रिश्तों में क्रिकेट का रोमांच भी है और तड़का भी‘
उन्होंने दोनों देशों के संबंधों का जिक्र करते हुए कहा, ‘त्रिनिदाद और टोबैगो भारत के लिए वैसा ही मित्र देश है, जैसा हमारे संबंधों में क्रिकेट का रोमांच भी है और त्रिनिदाद पीपर का तड़का भी है। भारत के लिए त्रिनिदाद और टोबैगो, कैरी-कॉम ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में महत्वपूर्ण पार्टनर है। हमारा सहयोग पूरे ग्लोबल साउथ के लिए महत्वपूर्ण है।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘एक करीबी और विश्वसनीय साझेदार के रूप में हम त्रिनिदाद और टोबैगो के लोगों की कौशल विकास और क्षमता निर्माण पर बल दे रहे हैं। दो वाइब्रेंट लोकतंत्र के रूप में हम मिलकर दोनों देशों के साथ पूरी मानवता की भलाई के लिए काम करते रहेंगे। इस सम्मान का पहली बार किसी फॉरेन लीडर को दिया जाना हमारे विशेष संबंधों की गहराई को दर्शाता है।’
‘साझा इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर पर आधारित हैं हमारे संबंध’
पीएम मोदी ने कहा, ‘यह संबंध हमारे साझा इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर पर आधारित है। 180 साल पहले भारत से जो लोग यहां आए थे, उन्होंने हमारी मित्रता की नींव रखी थी। भले ही उनके हाथ खाली थे, लेकिन उनके मन भारतीय सभ्यता संस्कृति और विविधता से समृद्ध थे। उन्होंने आपसी सौहार्द्र और सद्भाव के जो बीज बोए थे, वह आज त्रिनिदाद और टोबैगो के प्रति साकार हो रहे हैं।’
त्रिनिदाद एंड टोबैगो का है भारत से जुड़ाव
त्रिनिदाद एंड टोबैगो एक ऐसा देश है, जहां भारतीय मूल के लोगों की आबादी बड़ी संख्या में है। वहां की संस्कृति, उत्सव और परंपराएं आज भी भारत से गहराई से जुड़ी हैं। ऐसे में यह सम्मान दोनों देशों के बीच सहयोग, विश्वास और साझा मूल्यों की झलक देता है।
इससे पहले, त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर ने पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह सम्मान उनके वैश्विक नेतृत्व, भारतीय प्रवासियों के साथ गहरे संबंधों और कोविड-19 महामारी के दौरान उनके मानवीय प्रयासों के लिए दिया जा रहा है।
पीएम मोदी के नाम 25वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान
यह पीएम मोदी को किसी देश द्वारा दिया गया 25वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है और बुधवार को उन्हें ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से सम्मानित किए जाने के बाद यह दूसरा सम्मान है। त्रिनिदाद पहुंचने से ठीक पहले घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा ने अकरा में उन्हें यह सम्मान दिया था। यह सम्मान उनके “विशिष्ट राजनेता और प्रभावशाली वैश्विक नेतृत्व” के लिए दिया गया था।