
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन : कर्रेगुट्टा पहाड़ी क्षेत्र में 21 दिनों के भीतर 31 नक्सली ढेर
बीजापुर, 14 मई। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। कर्रेगुट्टा पहाड़ी क्षेत्र में चलाए गए संयुक्त अभियान में सुरक्षा बलों ने 21 दिनों के भीतर 31 कुख्यात नक्सलियों को मार गिराया है।
यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर स्थित कुर्रगुट्टालू पहाड़ (जिसे केजीएच भी कहा जाता है) पर अंजाम दिया गया। इस काररवाई में भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किए गए। खास बात यह है कि इस पूरे अभियान में सुरक्षा बलों के जवान पूरी तरह सुरक्षित हैं।
सीआरपीएफ के डीजी ने बताया कि नक्सल विरोधी अभियान की शुरुआत 2014 में हुई थी, लेकिन 2019 के बाद से इस अभियान ने तेजी पकड़ी। जवानों को देशभर में संयुक्त प्रशिक्षण दिया गया, जिससे उनकी रणनीतिक और सामरिक क्षमताएं काफी मजबूत हुईं। उन्होंने बताया कि 2014 में देश के 35 जिले नक्सली हिंसा से प्रभावित थे, जबकि अब यह संख्या घटकर केवल 6 जिलों तक सीमित रह गई है। यह बदलाव सरकार और सुरक्षा एजेंसियों के समन्वित प्रयासों से संभव हुआ है।
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस ऐतिहासिक ऑपरेशन पर सुरक्षा बलों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह नक्सलवाद के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा अभियान है, जिसमें 31 नक्सलियों को मार गिराया गया। शाह ने बताया कि जिस कुर्रगुट्टालू पहाड़ पर पहले नक्सलियों का आतंक था, वहां अब गर्व से तिरंगा लहरा रहा है। यह पहाड़ पीएलजीए बटालियन 1, डीकेएसजेडसी, टीएससी और सीआरसी जैसे बड़े नक्सल संगठनों का मुख्यालय था, जहां नक्सलियों को ट्रेनिंग दी जाती थी और हथियार बनाए जाते थे।
#NaxalFreeBharat के संकल्प में एक ऐतिहासिक सफलता प्राप्त करते हुए सुरक्षा बलों ने नक्सलवाद के विरुद्ध अब तक के सबसे बड़े ऑपरेशन में छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के कुर्रगुट्टालू पहाड़ (KGH) पर 31 कुख्यात नक्सलियों को मार गिराया।
जिस पहाड़ पर कभी लाल आतंक का राज था, वहाँ आज शान से…
— Amit Shah (@AmitShah) May 14, 2025
अमित शाह ने यह भी बताया कि इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक केवल 21 दिनों में पूरा किया गया। खराब मौसम और दुर्गम पहाड़ी रास्तों के बावजूद सीआरपीएफ, एसटीएफ और डीआरजी के जवानों ने बहादुरी से नक्सलियों का सामना किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार 31 मार्च 2026 तक भारत को पूरी तरह नक्सलमुक्त बनाने के लिए संकल्पित है। उन्होंने देशवासियों को भरोसा दिलाया कि यह लक्ष्य निश्चित रूप से हासिल किया जाएगा।