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एशिया टीम बैडमिंटन : भारतीय महिलाओं ने पहली बार सुनिश्चित किया पदक, पुरुषों की चुनौती समाप्त

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शाह आलम (मलेशिया), 16 फरवरी। भारतीय महिला बैडमिंटन टीम ने शुक्रवार को यहां हांगकांग पर 3-0 की जीत के साथ बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप (BATC) में इतिहास रचते हुए पहली बार पदक पक्का किया, लेकिन पुरुष टीम क्वार्टर फाइनल में जापान के हाथो 2-3 से हार कर चुनौती से बाहर हो गई।

भारत की सेमीफाइनल मे जापानी महिलाओं से टक्कर होगी

शीर्ष वरीयता प्राप्त चीन को हराकर ग्रुप चरण में शीर्ष पर रहने वाली भारतीय महिला टीम ने दो बार की ओलम्पिक पदक विजेता पीवी सिंधु, अस्मिता चालिहा और अश्विनी पोनप्पा व तनीषा क्रास्टो की युगल जोड़ी की जीत के दम पर हांगकांग को हराया। अब भारत का मुकाबला जापान से होगा, जिसने एक अन्य क्वार्टर फाइनल में चीन को 3-2 से हराया। दूसरे सेमीफाइनल में इंडोनेशिया और थाईलैंड की टक्कर होगी।

महिलाओं के विपरीत भारतीय पुरुष टीम ने साहसिक प्रयास किया, लेकिन किदाम्बी श्रीकांत अंत में निर्णायक पांचवें मैच में हार गए। भारतीय पुरुष टीम ने 2016 और 2020 चरण में कांस्य पदक जीते थे।

सिंधु की अगुआई में भारत ने हांगकांग को 3-0 से दी शिकस्त

चोट के कारण लंबे समय बाद वापसी करते हुए सिंधु ने सेतिआ सिटी कन्वेंशन सेंटर के कोर्ट नंबर तीन पर अपने से निचली रैंकिंग वाली हांगकांग की लो सिन यान हैप्पी के खिलाफ कड़े मुकाबले में 21-7, 16-21, 21-12 से जीत दर्ज की। इसके बाद तनीषा और अश्विनी की महिला युगल जोड़ी ने येयुंग एनगा टिंग और येयुंग पुई लैम की दुनिया की 18वें नंबर की जोड़ी को 35 मिनट में 21-10, 21-14 से हराकर भारत की बढ़त दोगुनी कर दी। अस्मिता ने येयुंग सुम यी पर 21-12, 21-13 की आसान जीत से भारत की जीत सुनिश्चित की और टीम के लिए कम से कम कांस्य पदक पक्का किया।

पुरुष टीम क्वार्टर फाइनल में 2-1 की बढ़त के बाद जापान से हारा भारत

दूसरी तरफ जापान की पुरुष टीम अपने शीर्ष खिलाड़ियों के बिना खेल रही थी, जिसमें दुनिया के छठे नंबर के खिलाड़ी कोडाई नारोका तथा ताकुरो होकी और युगो कोबायाशी की 2021 विश्व चैम्पियन युगल जोड़ी मौजूद नहीं थी। लेकिन भारतीय पुरुष टीम के लिए यह मुकाबला काफी कड़ा रहा और वह 2-1 की बढ़त लेने के बाद हार गया।

एच.एस. प्रणय को पहले एकल रबर में दुनिया के 12वें नंबर के खिलाड़ी केंटो निशिमोटो से 16-21, 24-26 से हार मिली। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की दुनिया की नंबर एक जोड़ी ने फिर शानदार प्रदर्शन करते हुए केन्या मितसुहाशी और हिरोकी ओकामुरा को 40 मिनट में 21-15, 21-17 से पराजित कर भारत को बराबरी दिलाई। राष्ट्रमंडल खेलों के चैम्पियन लक्ष्य सेन ने फिर कोको वाटानाबे को 21-19, 22-20 से हराकर भारत को 2-1 से आगे कर दिया।

निर्णायक रबर में किदाम्बी श्रीकांत 1-0 गेम की लीड नहीं बचा सके

लेकिन एम.आर. अर्जुन और ध्रुव कपिला अपना मैच हार गए। उन्हें अकिरा कोगा और काजुकी शिबाटा से 17-21, 15-21 से पराजय मिली और जापान ने स्कोर 2-2 कर दिया। अब जिम्मेदारी श्रीकांत के कंधों पर थी। उन्होंने केंटो मोमोटा से पहला गेम 21-17 से जीता, लेकिन अगले दो गेम 9-21, 20-22 से गंवा दिए और भारत मुकाबला हार गया।