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इजराइल पर हमले से पहले हमास ने ऑपरेशन ‘स्ट्रॉंग पिलर’ के नाम से किया था रिहर्सल

इजराइल पर हमले से पहले हमास ने ऑपरेशन ‘स्ट्रॉंग पिलर’ के नाम से किया था रिहर्सल

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तेल अवीव, 13 अक्टूबर। फलस्तीन समर्थक हमास लड़ाकों ने बीते शनिवार को इजराइल पर किए गए औचक हमले से पहले जमकर रिहर्सल किया था और उस अभ्यास का नाम ऑपरेशन ‘स्ट्रॉंग पिलर’ रखा था।

समाचार एजेंसी एसोसिएट प्रेस के अनुसार हमास ने हमले के अभ्यास के एक महीने के भीतर इजराइल पर जबरदस्त हमला किया और उसकी हाई-टेक ‘आयरन डोम’ की सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए जमकर खून-खराबा किया। हमास के इस हमले में 1,200 से अधिक इजराइली नागरिकों की मौत हो चुकी है।

मीडया रिपोर्ट के अनुसार 12 सितम्बर को हमास के सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए दो मिनट के एक वीडियो में लड़ाकों को इजरायल सीमा की बनी रिप्लिका को विस्फोट से उड़ाने की ट्रेनिंग दी गई थी। इसके अलावा वीडियो में लड़ाकों को ट्रकों पर हमला करते हुए और इमारत दर इमारत हमले में कैसे आगे बढ़ना है, उसे दिखाया गया है। हमास ने इसके लिए इजराइली शहर के नक्शे के हिसाब से सब कुछ तैयार करवाया था।

हमास के उस अभ्यास को ऑपरेशन ‘स्ट्रॉंग पिलर’ का नाम दिया गया था, जिसमें हमास लड़ाके वर्दी में थे और अभ्यास के दौरान उन्होंने नकली कंक्रीट की दीवार, संचार टावरों को नष्ट करने की प्रैक्टिस ठीक उसी तरह से की थी, जैसे उन्होंने शनिवार को घातक हमले में किया।

हमले के बाद इज़राइल की सुरक्षा और खुफिया सेवाएं समास द्वारा सुरक्षा में लगाई सेंधमारी को लेकर परेशान थीं जबकि अब यह स्पष्ट हुआ है कि हमास शनिवार के हमले की तैयारी बहुत पहले से कर रहा था, लेकिन उसने मोसाद को भनक तक नहीं लगने दी।

समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने पिछले वर्ष हमास द्वारा सोशल मीडिया एप टेलीग्राम पर जारी किए गए दर्जनों ऐसे वीडियो की पुष्टि की है। सैटेलाइट इमेजरी का उपयोग करते हुए एपी ने बताया कि किस तरह से हमास ने फलस्तीनी शहर अल-मवासी के बाहर रेगिस्तान में इजरायली शहरों की प्रतिकृति बनाकर गाजा से प्रवेश करने वाले अलग-अलग गेट पर हिब्रू और अरबी में ‘होरेश यारोन’ का चिह्न बनाया था। ‘होरेश यारोन’ इजराइली कब्जे वाले फलस्तीनी वेस्ट बैंक में एक विवादास्पद बस्ती का नाम है।

माना जा रहा है कि हमास ने जान बूझकर इजराइली अधिकारियों को धोखा देने के लिए इस बात का भरोसा दिलाया कि वह गाजा की बजाय वेस्ट बैंक में हमले की तैयारी कर रहा है। पिछले साल 28 दिसम्बर को स्ट्रॉंग पिलर अभ्यास से टेलीग्राम पर पोस्ट किए गए एक अलग वीडियो में हमास लड़ाकों को एक नकली इजराइली सैन्य अड्डे पर हमला करते हुए दिखाया गया है, जिसमें वो नकली टैंक पर इजराइली झंडा लहरा रहा है और उसे नष्ट करते हुए वो इजराइली नक्शे के हिसाब से बनी नकली इमारतों की ओर हमला करते हुए बढ़ रहे हैं। वीडियो में यह भी दिखाया गया है कि हमास के लड़ाके हमले वाली इमारतों में इजराइली सैनिकों की भूमिका निभा रहे लोगों को बंधक बना लेते हैं।

इस सभी सूचनाओं के आधार पर रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इजराइल पर हुए शनिवार के हमले को इस कारण से नहीं रोका जा सका क्योंकि इज़राइल की सीमा के नीचे सुरंग बनाकर हमास ने कई बार इजराइल पर हमला किया है और यही कारण है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू फलस्तीन सीमा पर एक बड़ी दीवार का निर्माण करा रहे थे, लेकिन हमास ने सारी सुरक्षा को धता बताते हुए हमले को अंजाम दे दिया।

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