जापान में भूकंप के लगातार झटकों से अब तक 48 की मौत, कई इमारतें ढहीं
वाजिमा, 2 जनवरी। पश्चिमी जापान में एक के बाद एक आए भूकंप के लगातार झटकों के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 48 हो गई है और कई इमारतें, वाहन तथा नौकाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। अधिकारियों ने भूकंप के खतरे को देखते हुए मंगलवार को चेतावनी जारी कर कुछ क्षेत्रों में लोगों को अपने घरों से दूर रहने को कहा है।
जापान के इशिकावा प्रांत और आसपास के इलाकों में सोमवार की दोपहर को भूकंप के एक के बाद एक, कई झटके महसूस किए गए, जिनमें सबसे अधिक 7.6 तीव्रता का भूकंप भी था। अधिकारियों ने बताया कि इशिकावा में 48 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और 16 अन्य गंभीर रूप से घायल हैं जबकि मकानों को काफी नुकसान पहुंचा है।
हालांकि, कितना नुकसान हुआ है, इसका आकलन नहीं किया जा सका है। जापानी मीडिया की खबरों में बताया गया कि हजारों मकान ढह गए हैं। सरकार के प्रवक्ता योशिमासा हयाशी ने कहा कि 17 लोग गंभीर रूप से घायल हैं, हालांकि प्रीफेक्चर की ओर से जारी मृतकों की संख्या से अवगत होने के बावजूद उन्होंने मरने वालों की संख्या कम बताई। कुछ क्षेत्रों में पानी, बिजली और फोन सेवाएं अब भी बंद हैं।
स्थानीय निवासी नष्ट हुए घरों और अपने अनिश्चित भविष्य को लेकर चिंचित हैं। अपने घर के आसपास से मलबा हटाने में लगी इशिकावा निवासी मिकी कोबायाशी ने कहा, ‘‘देखने से लगेगा कि घर सिर्फ गंदा हुआ, लेकिन ऐसा नहीं है दीवारें ढह गई हैं मुझे नहीं लगता कि यह रहने लायक है।’’
उन्होंने कहा 2007 के आये भूकंप में भी उनका घर क्षतिग्रस्त हो गया था। प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने मंगलवार को कहा कि बचाव प्रयासों में तेजी लाने के लिए 1,000 सैनिकों को भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में भेज दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है। इसीलिए जरूरी है कि घरों में फंसे लोगों को तुरंत बचाया जाए।’’
जब वह बोल रहे थे उस समय इशिकावा क्षेत्र में 5.6 तीव्रता का एक और भूकंप आया। दमकलकर्मियों ने वाजिमा शहर में आग पर पूरी तरह काबू पा लिया है। परमाणु नियामकों ने कहा कि क्षेत्र में परमाणु संयंत्र सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। इससे पहले मार्च 2011 में, एक बड़े भूकंप और सुनामी के कारण संयंत्र में खराबी आ गई थी।
समाचार वीडियो में एक कतार में काफी सारे धवस्त मकान दिखाई दे रहे हैं। गाड़ियां पलटी हुई हैं और नौकाएं डूबी हुई हैं। सुनामी के कारण समुद्र तटों पर कीचड़ है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने सोमवार को इशिकावा में सुनामी की चेतावनी जारी की थी, लेकिन मंगलवार की सुबह चेतावनी वापस ले ली गई।
हालांकि, एजेंसी ने कहा है कि अगले कुछ दिनों में इस क्षेत्र में और भी भूकंप आ सकते हैं। भूकंप के बाद घरों से निकाले गये लोगों को सभागारों, स्कूलों और सामुदायिक केंद्रों में आश्रय दिया गया है। क्षेत्र में बुलेट ट्रेन रोक दी गई थीं, लेकिन मंगलवार दोपहर तक लगभग सभी सेवाओं को बहाल कर दिया गया है। राजमार्गों के कई हिस्से बंद कर दिये गये हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बयान में कहा कि उनका प्रशासन ‘‘जापानी लोगों को हरसंभव मदद पहुंचाने के लिए तैयार है।’’