UP News: प्रभारी मंत्रियों की दूर हुई शिकायतें, जिलों में बढ़ेगी हनक, मंत्री संजीव गौड़ को मिली बहराइच की जिम्मेदारी
लखनऊ, 13 सितंबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलों के प्रभारी बनाए गए मंत्रियों को चुनाव जीतने के मंत्र के साथ तमाम दायित्व सौंपे हैं। इससे उनकी जहां स्थानीय स्तर पर हनक बनेगी, वहीं अधिकारियों व विभागीय शीर्ष अधिकारियों में भी कार्रवाई की भय बनेगा। मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि प्रभारी मंत्रियों का सहयोग वे स्वयं और दोनों उपमुख्यमंत्री करेंगे।
मुख्यमंत्री आवास पर बृहस्पतिवार की शाम दो घंटे तक चली बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह समेत दोनों उप मुख्यमंत्री, सभी कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और राज्यमंत्री बुलाए गए थे। लेकिन उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत कुछ मंत्री व्यस्त कार्यक्रमों के कारण नहीं आए। मुख्यमंत्री ने प्रभारी मंत्रियों को प्रभावकारी जिम्मेदारी और अधिकार के साथ धरातल पर उतरने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 17 सितंबर को प्रधानमंत्री का जन्मदिन पर स्वच्छता अभियान का शुरूआत होना है सभी प्रभारी मंत्रीगण अपने-अपने प्रभार के जिलों में कार्यक्रम में सहभागिता सुनिश्चित करेंगे। वच्छता का यह अभियान जनांदोलन बने, इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा।
जिले के प्रभारी मंत्री के रूप में मंत्रीगण प्रत्येक माह में कम से कम एक बार 24 घंटे के लिए अपने प्रभारी जिलों में प्रवास करेंगे। शासन से संबंधित मुद्दों को मंत्री कोर कमेटी से चर्चा करके प्रत्येक माह शासन में संबंधित विभाग व मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
योगी ने कहा कि जिले के सम्मानित प्रबुद्ध नागरिक, धर्माचार्यों, प्रगतिशील किसानों, व्यापारिक संगठनों सहित सामाजिक नेताओं के समूहों के साथ प्रत्येक प्रवास में किसी एक के साथ बैठक अवश्य होनी चाहिए। जिले की समीक्षा बैठक में जनशिकायतों को मेरिट के आधार पर निस्तारित किया जाना अपेक्षित है।
निर्देश दिया कि कानून व सुरक्षा संबंधी विषयों, राजस्व विभाग से जुड़े हुए विषयों को जैसे वरासत, पैमाइश, नामांतरण, लैण्ड यूज सहित आईजीआरएस व सीएम हेल्प लाइन आदि की समीक्षा कर मेरिट के आधार पर निस्तारण कराया जाए। इसकी समीक्षा की विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय और संबंधित विभाग को अनिवार्य रूप से भेजी जानी चाहिए।
योगी ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार की विकास परियोजनाओं, लोककल्याणकारी योजनाओं का स्थानीय स्तर पर प्रवास के दौरान भौतिक सत्यापन भी होना चाहिए। निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों, ग्राम सचिवालय, क्रय केन्द्र, फेयर प्राइस शॉप, कृषि विज्ञान केन्द्र में से किसी एक का भौतिक निरीक्षण प्रवास के दौरान करना होगा। अटल आवासीय विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय, विद्यालय, राजकीय महाविद्यालयों, निर्माणाधीन कस्तूरबा गांधी विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण, पॉलीटेक्निक/आईटीआई के संचालन की समीक्षा की जाए।
यह भी दायित्व सौंपा कि स्थानीय पर्यटन विकास की संभावनाओं की तलाशकर प्रचार-प्रसार पर चर्चा होनी चाहिए। जनपद में प्राप्त निवेश के प्रस्तावों की समीक्षा कर उद्यमी मित्रों और स्थानीय बैंकर्स के साथ चर्चा की जाए। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के साथ यातायात समस्या के सम्बन्ध में बैठक और सड़क सुरक्षा के उपायों की समीक्षा करें। आकांक्षात्मक विकास खण्डों की समीक्षा अनिवार्य रूप से जिले की समीक्षा बैठक में होनी चाहिए।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, जिला चिकित्सालय, मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण एवं कार्यक्रमों की समीक्षा करेंगे। आयुष्मान कार्ड, दवाओं की उपलब्धता, चिकित्सालयों में चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता समेत आंगनबाड़ी केन्द्रों के संचालन, प्रधानमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री ग्राम्य सड़क योजना, ग्राम सचिवालयों के निर्माण, गाँव में तैनात कार्मिकों की उपस्थिति आदि का निरीक्षण करना आवश्यक है।
- कैबिनेट मंत्रियों को सौंपी गई जिम्मेदारी
कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को वाराणसी और अमेठी जैसे वीवीआईपी जिले का प्रभारी बनाया गया है। बेबी रानी मौर्य को बुलंदशहर और शामली, लक्ष्मी नारायण चौधरी को मेरठ और बागपत, धर्मपाल सिंह को लखीमपुर खीरी व श्रावस्ती, नंद गोपाल गुप्ता नंदी को मिर्जापुर व चंदौली, अनिल राजभर को आजमगढ़ व कुशीनगर, राकेश सचान को जौनपुर व गाजीपुर, एके शर्मा को बस्ती व महराजगंज, योगेंद्र उपाध्याय को झांसी व कासगंज, आशीष पटेल को फर्रूखाबाद व कन्नौज, संजय निषाद को कौशांबी व सिद्धार्थनगर, ओमप्रकाश राजभर को देवरिया व भदोही, दारा सिंह चौहान को फतेहपुर व बलिया, सुनील कुमार शर्मा को अलीगढ़ व फिरोजाबाद, अनिल कुमार को अमरोहा व चित्रकूट का प्रभारी बनाया गया है।
- नितिन अग्रवाल को शाहजहांपुर व मुरादाबाद की जिम्मेदारी
राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नितिन अग्रवाल को शाहजहांपुर व मुरादाबाद, कपिल देव अग्रवाल को आगरा व सहारनपुर, रवींद्र जायसवाल को प्रतापगढ़ व हमीरपुर, संतीप सिंह को औरेया व मैनपुरी, गुलाब देवी को हापुड़, गिरीश चंद यादव को इटावा व सीतापुर, धर्मवीर प्रजापति को बांदा, असीम अरूण को हाथरस व संभल, जेपीएस राठौर को गाजियाबाद व रामपुर, दया शंकर सिंह को कानपुर नगर, अरूण कुमार सक्सेना को गौतमबुद्ध नगर, दयाशंकर सिंह दयालु को गोंडा का प्रभारी मंत्री बनाया गया है।
इसी तरह राज्यमंत्री मयंकेश्वर सिंह को बाराबंकी, दिनेश खटिक को बदायूं, संजीव गौड़ को बहराइच, बलदेव औलख को पीलीभीत, अजीत सिंह पाल को सुल्तानपुर, जयवंत सैनी को एटा, रामकेश निषाद को सोनभद्र, मनोहर लाल मुन्नु कोरी को जालौन, संजय गंगवार को ललितपुर, बृजेश सिंह को मुजफ्फरपुर, केपी मलिक को बिजनौर, सुरेश शाही को बलरामपुर, सोमेंद्र तोमर को मथुरा, प्रतिङा शुक्ला को हरदोई, राकेश राठौर गुरू को महोबा, रजनी तिवारी को उन्नाव, सतीश शर्मा को कानपुर देहात और दानिश आजाद अंसारी को मऊ जिले का प्रभारी बनाया गया है।