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आईएमए ने अब पीएम मोदी को लिखा पत्र, रामदेव के खिलाफ ‘देशद्रोह’ का केस चलाने की मांग

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नई दिल्ली 26 मई। बाबा रामदेव की ओर से एलोपैथी चिकित्सा पद्धति के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) इतनी नाराज है कि उसने पतंजलि योगपीठ के प्रमुख को न सिर्फ 1000 करोड़ रुपये की मानहानि की नोटिस भेजी वरन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चिट्ठी भेजकर योग गुरु के खिलाफ ‘देशद्रोह’ का मुकदमा चलाने की मांग उठा दी है।

आईएमए ने योग गुरु रामदेव पर कोरोना वैक्सिनेशन को लेकर गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाते हुए पीएम मोदी को यह पत्र लिखा है। चिकित्सकों के राष्ट्रीय संगठन ने पत्र में लिखा है, ‘एक वीडियो में उन्होंने (रामदेव) दावा किया कि वैक्सीन की दोनों खुराक लेने के बावजूद 10,000 डॉक्टर और लाखों लोग मारे गए हैं। इसलिए रामदेव के खिलाफ देशद्रोह के आरोप के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए।’

इसके पूर्व आईएमए उत्तराखंड ने एलोपैथी और एलोपैथी डॉक्टरों पर अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए बाबा रामदेव को मानहानि की नोटिस भेजी है। आईएमए ने नोटिस में रामदेव से 15 दिनों के अंदर लिखित माफी मांगने या 1000 करोड़ रुपये का मुआवजा देने के लिए तैयार रहने के लिए कहा है।

आईएमए उत्तराखंड के सचिव अजय खन्ना की तरफ से दी गई छह पृष्ठों की नोटिस में बाबा रामेदव से कहा गया है कि वह अपने सभी झूठे और अपमानजनक आरोपों का खंडन करते हुए एक वीडियो क्लिप बनाएं और उसे उन सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करें, जिन पर उन्होंने अपने आरोपों की वीडियो क्लिप डाली थी।

कोरोनिल किट’ का भ्रामक’ विज्ञापन भी हटाने की मांग

नोटिस में रामदेव से कोविड-19 की प्रभावी दवा के रूप में प्रचारित अपनी फर्म के उत्पाद ‘कोरोनिल किट’ से संबंधित ‘भ्रामक’ विज्ञापन को भी हटाने के लिए कहा गया है। नोटिस के अनुसार ऐसा न होने की स्थिति में आईएमए द्वारा योग गुरु के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया जाएगा।