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ऑपरेशन सिंदूर अपडेट : भारतीय सेना का कड़ा रुख – ‘पाप का घड़ा भर चुका था, काररवाई तय थी’

ऑपरेशन सिंदूर अपडेट : भारतीय सेना का कड़ा रुख – ‘पाप का घड़ा भर चुका था, काररवाई तय थी’

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नई दिल्ली, 12 मई। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर भारतीय सेना ने सोमवार को लगातार दूसरे दिन सोमवार को भी संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस ब्रीफिंग के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तानी मिराज के मलबे की क्लिप भी दिखाई। साथ ही पीएल-15 एयर-टू-एयर मिसाइल का मलबा दिखाया।

एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा, ‘यह दुख की बात है कि पाकिस्तानी सेना ने हस्तक्षेप करने का फैसला किया और वह भी आतंकवादियों के लिए, इसलिए हमने जवाब देने का फैसला किया।‘

एयर मार्शल एके भारती ने कहा, ‘कल हमने पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए की गई सफल संयुक्त काररवाइयों के बारे में विस्तृत जानकारी दी थी। हमने दोहराया कि हमारी लड़ाई आतंकवादियों और उनके समर्थन ढांचे के खिलाफ है, न कि पाकिस्तानी सेना के खिलाफ। हालांकि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का समर्थन करने और हस्तक्षेप करने का फैसला किया, जिसके कारण हमें उचित जवाब देना पड़ा। उन्हें जो नुकसान हुआ है, उसके लिए पाकिस्तानी सेना जिम्मेदार है।’

हमारे युद्ध-सिद्ध सिस्टम समय की कसौटी पर खरे उतरे

एके भारती ने कहा, ‘हमारे युद्ध-सिद्ध सिस्टम समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं और उन्होंने (पाकिस्तान) का डटकर मुकाबला किया है। एक और खास बात स्वदेशी वायु रक्षा प्रणाली, आकाश सिस्टम का शानदार प्रदर्शन रहा। पिछले एक दशक में भारत सरकार के बजटीय और नीतिगत समर्थन के कारण ही इतना मजबूत वायु रक्षा वातावरण तैयार करना और संचालित करना संभव हो सका।’

एयर डिफेंस सिस्टम की हमारे पास वेरायटी है

भारती ने कहा, ‘पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए गए ड्रोन और मानव रहित युद्धक हवाई वाहनों की कई लहरों को स्वदेशी रूप से विकसित सॉफ्ट और हार्ड किल काउंटर-यूएएस सिस्टम और अच्छी तरह से प्रशिक्षित भारतीय वायु रक्षा कर्मियों ने नाकाम कर दिया। हमने सिविलियन और मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर को न्यूनतम रखा जबकि पाकिस्तानी सेना लगातार हमले कर रही थी। आपको पता है कि एयर डिफेंस सिस्टम की हमारे पास वैरायटी है, लो लेवल फायरिंग, सरफेस टू एयर मिसाइल, लॉन्ग और शॉर्ट रेंज मिसाइल शामिल हैं। हम पर ड्रोन और यूएवी से हमला किया गया। पाकिस्तानी हमले के दौरान हमारे सभी सिस्टम एक साथ सक्रिय हुए। मॉडर्न डेज वार फाइटिंग के लिहाज से ये अहम था। पुराने माने जा रहे एयर डिफेंस सिस्टम ने भी सही तरह से काम किया।’

पाकिस्तानी हमले में चाइनीज ओरिजन की मिसाइल शामिल थीं

उन्होंने बताया, ‘पाकिस्तान की तरफ से किए गए हमले में चाइनीज ओरिजन की मिसाइल शामिल थीं, इनमें लॉन्ग रेंज रॉकेट और यूएवी थे। चीनी ओरिजन के कुछ कॉप्टर्स और ड्रोन (बाद में उन्होंने इसे टर्किश बताया) थे। इन्हें हमारे एयर डिफेंस सिस्टम ने मार गिराया। मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि हमारे सभी सैन्य अड्डे और सभी उपकरण और प्रणालियां चालू हैं और जरूरत पड़ने पर अपने अगले मिशन के लिए तैयार व तत्पर हैं।’

ऑपरेशन सिंदूर की एयर डिफेंस काररवाई को एक संदर्भ में समझने की जरूरत

डीजीएमओ, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर की एयर डिफेंस काररवाई को हमें एक संदर्भ में समझने की जरूरत है। पिछले कुछ सालों में आतंकी गतिविधियों के कैरेक्टर में बदलाव आ रहा था, अब हमारी सेना के साथ-साथ निर्दोष लोगों पर भी हमला हो रहा था। 2024 में शिवखोड़ी मंदिर की ओर जाने वाले तीर्थयात्री और इस वर्ष अप्रैल में पहलगाम में मासूम पर्यटक। पहलगाम तक उनका पाप का घड़ा भर चुका था क्योंकि आतंकियों पर हमारे सटीक हमले एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर को पार किए बिना किए गए थे। हमें पूरा अंदेशा था कि पाकिस्तान का हमला भी सीमा पार से ही होगा, इसलिए हमने एयर डिफेंस की तैयारी की थी। जब 9-10 मई को पाकिस्तान की वायुसेना ने हमारे एयर फील्ड और लॉजिस्टिक इंस्टॉलेशन पर हमला किया, तो वे इस मजबूत एयर डिफेंस ग्रिड के सामने विफल हुए।’

हमारे एयरफील्ड और लॉजिस्टिक्स को निशाना बनाना बहुत कठिन है

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, “हमारे एयरफील्ड और लॉजिस्टिक्स को निशाना बनाना बहुत कठिन है। मैंने देखा कि विराट कोहली ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया है, वह मेरे पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक हैं। 1970 के दशक में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया के दो गेंदबाजों ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया था। तब ऑस्ट्रेलिया ने एक कहावत दी थी, ‘राख से राख, धूल से धूल, अगर थॉमो नहीं तो लिली जरूर मार गिराएगा।’ अगर आप हमारे रक्षा स्तरों को देखेंगे, तो समझ जाएंगे कि मैं क्या कहना चाहता हूं। भले ही आप सभी स्तरों को पार कर लें, इस ग्रिड सिस्टम का कोई न कोई स्तर आपको जरूर रोक लेगा।”

हमारे एयरफील्ड ऑपरेशनल हैं, पाकिस्तानी ड्रोन हमारे ग्रिड के कारण नष्ट हुए

जनरल राजीव घई ने बीएसएफ की सराहना करते हुए कहा, ‘जो दुर्दशा आपने पहले और कल पाकिस्तान एयरफील्ड की देखी और एयर मार्शल की प्रस्तुति आज देखी। हमारे एयरफील्ड हर प्रकार से ऑपरेशनल हैं। पाकिस्तान के ड्रोन हमारे ग्रिड के कारण नष्ट हुए। मैं यहां पर अपने बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की सराहना करता हूं, जिसके कारण पाकिस्तान की नापाक हरकतों का विनाश किया गया।’

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