
हूती विद्रोहियों की खुली चुनौती – अमेरिका ने ईरान पर हमला किया तो लाल सागर में जहाजों को निशाना बनाएंगे’
नई दिल्ली, 21 जून। ईरान और इजराइल में छिड़ी जंग से मध्य पूर्व में उपजे भयंकर तनाव के बीच यमन के हूती विद्रोहियों ने शनिवार को चेतावनी दी है कि यदि अमेरिका, ईरान पर हमले में इजराइल का साथ देता है तो वे रेड सी (लाल सागर) में अमेरिकी जहाजों को निशाना बनाएंगे।
गौरतलब है कि मई माह में अमेरिका और हूती विद्रोहियों के बीच एक अनौपचारिक समझौता हुआ था, जिसमें तय किया गया था कि दोनों पक्ष एक-दूसरे पर हमला नहीं करेंगे, लेकिन इससे पहले अक्टूबर, 2023 में हमास द्वारा इजराइल पर हमले के बाद जब इजरायली सेना ने गाजा में सैन्य अभियान शुरू किया था, तब हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में इजराइल से जुड़े जहाजों पर हमले किए थे।
इजराइल का दावा – ईरान के परमाणु संयत्र पर किया हमला
इसी बीच इजराइल ने दावा किया है कि उसने ईरान के परमाणु संयंत्र पर हमला किया है। साथ ही एक वरिष्ठ ईरानी कमांडर को मार गिराया है। इजराइली रक्षा मंत्री इस्राइल काट्ज ने कहा कि इस हमले में कुद्स फोर्स के फिलिस्तीन कोर के चीफ सईद इजादी की मौत हो गई है। उन्होंने दावा किया कि इजादी ने हमास को आर्थिक और सैन्य मदद दी थी, जिसके चलते 7 अक्टूबर 2023 को गाजा युद्ध की शुरुआत हुई।
ईरान में अब तक 430 लोग मारे जा चुके हैं – ईरानी सरकारी मीडिया
ईरानी सरकारी मीडिया नूर न्यूज के अनुसार इजराइली हमलों में अब तक ईरान में 430 लोगों की मौत हो चुकी है और 3,500 से अधिक लोग घायल हुए हैं। वहीं, इजराइल में 24 नागरिक ईरानी मिसाइल हमलों में मारे गए हैं।
इजराइली हमलों में 5 रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ढेर
हालांकि, ईरानी मीडिया ने खोर्रमाबाद शहर में इजराइली हमलों में पांच रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के मारे जाने की पुष्टि की है, लेकिन इजादी का ज़िक्र नहीं किया गया। इजादी अमेरिका और ब्रिटेन की प्रतिबंध सूची में शामिल थे। वहीं, शनिवार सुबह इजराइल के केंद्र और वेस्ट बैंक में एयर रेड सायरन बजाए गए और कई इलाकों में धमाकों की आवाज़ें सुनी गईं। बताया गया कि इजराइली वायु रक्षा प्रणाली ने कई ईरानी मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया। फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
क्या ईरान पर हमला करेंगे ट्रंप?
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें यह तय करने में दो हफ्ते का समय लगेगा कि अमेरिका को इस जंग में इजराइल का समर्थन करना चाहिए या नहीं। उन्होंने कहा कि ईरान कुछ ही हफ्तों या महीनों में परमाणु हथियार बना सकता है और हम ऐसा नहीं होने दे सकते।
उधर अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने पुष्टि की है कि इजराइल ने ईरान के इस्फहान स्थित एक प्रमुख परमाणु संयंत्र की सेंटरफ्यूज निर्माण इकाई पर हमला किया है, हालांकि वहां कोई रेडियो एक्टिव सामग्री नहीं थी।
13 जून से जारी है संघर्ष
उल्लेखनीय है कि गत 13 जून को इजराइल ने ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ के तहत ईरान पर हमले शुरू किए थे, यह कहते हुए कि ईरान परमाणु हथियार बनाने के करीब पहुंच चुका है। इसके विपरीत ईरान ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है।