पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ में बड़ा बदलाव – इमरान खान की जगह अब गौहर अली खान नए पार्टी प्रमुख
पेशावर, 2 दिसम्बर। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) में बड़ा बदलाव हुआ है। इस क्रम में इमरान की जगह गौहर अली खान को पार्टी सुप्रीमो बना दिया गया है।
पीटीआई के आंतरिक चुनाव में निर्विरोध निर्वाचित हुए गौहर अली
पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) के निर्देश पर शनिवार को हुए पीटीआई के आंतरिक चुनाव में गौहर अली खान निर्विरोध निर्वाचित किए गए। तमाम आरोपों का सामना कर रहे इमरान खान फिलहाल जेल में हैं और उनका कहना है कि उन्हें अगले वर्ष चुनाव लड़ने से रोकने के लिए धांधली की गई है।
बोले – ‘इमरान खान के प्रतिनिधि के तौर पर यह जिम्मेदारी निभाता रहूंगा‘
पेशे से बैरिस्टर गौहर अली को कुछ दिन पहले ही इमरान खान ने पार्टी के शीर्ष पद के लिए नामित किया था। गौहर ने पार्टी अध्यक्ष पद के लिए आज ही दिन में अपना नामांकन पत्र भरा था और बाद में वह निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए। चेयरमैन चुने जाने के बाद गौहर ने कहा कि वह इमरान खान के प्रतिनिधि के तौर पर यह जिम्मेदारी निभाते रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि इमरान खान ने 1996 में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी का गठन किया था, जो 1997 के चुनाव में एक भी सीट जीतने में असफल रही। लेकिन 2018 के आम चुनाव के बाद नेशनल असेंबली में सबसे बड़ा ब्लॉक बनने के लिए तेजी से आगे बढ़ी, जिसने उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए प्रेरित किया। इमरान को पिछले वर्ष दो लंबे समय से स्थापित उन पार्टियों के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव में सत्ता से बाहर कर दिया गया था, जिन्होंने पाकिस्तान के अधिकतर इतिहास में सत्ता साझा की थी।
चुनाव आयोग की चेतावनी के बाद पार्टी को बदलाव करना पड़ा
ज्ञातव्य है कि पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने पिछले महीने पीटीआई को चेतावनी दी थी कि यदि पार्टी अधिकारियों के लिए आंतरिक मतदान नहीं हुआ तो उन्हें अपना प्रतीक चिह्न (क्रिकेट का बल्ला) खोने का खतरा है, जिसके बाद यह बदलाव करना पड़ा।
विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार ऐसे देश में, जहां वयस्क साक्षरता दर सिर्फ 58 प्रतिशत है, चुनाव चिह्न महत्वपूर्ण हैं। पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर इमरान को, जिनकी कप्तानी में पाकिस्तान ने 1992 में क्रिकेट विश्व कप जीता था, जेल में रहते हुए पार्टी चुनाव में खड़े होने से रोक दिया गया था।
पार्टी के मीडिया प्रवक्ता ने कहा – यह एक अस्थायी व्यवस्था है
इस बीच PTI के मीडिया प्रवक्ता सैयद जुल्फिकार बुखारी ने कहा, ‘यह एक अस्थायी व्यवस्था है।’ पीटीआई व्यापक काररवाई के खिलाफ संघर्ष कर रही है, जिसमें पार्टी के प्रमुख लोगों को या तो जेल में डाल दिया गया है या उन्हें पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया है।