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अमित शाह का विपक्षी गठबंधन पर प्रहार : यह तो ‘पुरानी बोतल में पुरानी शराब’ है, ठगी का शिकार ना बनें

अमित शाह का विपक्षी गठबंधन पर प्रहार : यह तो ‘पुरानी बोतल में पुरानी शराब’ है, ठगी का शिकार ना बनें

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गांधीनगर, 13 अगस्त। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को विपक्षी गठबंधन पर तंज प्रहार करते हुए इसकी तुलना ‘पुरानी बोतल में पुरानी शराब’ से कर दी और दावा किया कि यह 12 लाख करोड़ रुपये मूल्य के भ्रष्टाचार में लिप्त नेताओं का एक समूह है।

गृह राज्य के दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन गांधीनगर जिले के माणसा शहर में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के क्षेत्रीय केंद्र की आधारशिला रखने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने यह टिप्पणी की। उन्होंने विपक्षी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसके शासन के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में 11वें स्थान से आगे नहीं बढ़ पाई, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे 5वें स्थान पर पहुंचा दिया।

अमित शाह ने कहा कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से मुकाबला करने के लिए 26 दलों ने एकजुट होकर ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (इंडिया)’ नाम से विपक्षी गठबंधन बनाया है।

‘यह 12 लाख करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार में शामिल नेताओं का एक समूह है’

शाह ने कहा, ‘संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) और कांग्रेस 12 लाख करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार में शामिल नेताओं का एक समूह है। उन्होंने अब अपना नाम बदल लिया है, है ना? लेकिन आपको संप्रग के रूप में उनका उल्लेख करना होगा…उन लोगों को कौन वोट देगा, जिन्होंने 12 लाख करोड़ रुपये का घोटाला किया है?’

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “क्या आपने ‘नई बोतल में पुरानी शराब’ वाली कहावत नहीं सुनी है। लेकिन यहां बोतल और शराब दोनों पुरानी हैं, इसलिए ठगी का शिकार ना बनें। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगी।”

एक विद्यार्थी गुजराती नहीं सीखता तो वह गुजरात और देश को नहीं पहचान पाएगा

अमित शाह ने कहा, ‘हम अंग्रेजी के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन गुजराती भाषा को जीवित रखना भी हमारी जिम्मेदारी है। यदि एक विद्यार्थी गुजराती नहीं सीखता तो वह गुजरात और देश को नहीं पहचान पाएगा। और यदि वह देश को नहीं पहचान पाएगा तो वह इसके लिए कभी कुछ अच्छा नहीं करेगा। यदि हम अपने बच्चों को अपनी 15000 साल पुरानी संस्कृति से परिचित नहीं कराएंगे, तो हम अपनी संस्कृति को लुप्तप्राय बनाने के लिए जिम्मेदार होंगे।’

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