मुलायम सिंह का परिवार अब संसद में दिखाएगा सपा की ताकत, अखिलेश सहित 5 सदस्य एक साथ पहुंचे लोकसभा
लखनऊ, 5 जून। लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम पर एक नजर दौड़ाएं तो उत्तर प्रदेश में अर्से बाद न सिर्फ समाजवादी पार्टी (सपा) की ताकत लौटी वरन इस पार्टी के संस्थापक दिवंगत मुलायम सिंह यादव के परिवार का भी दमखम लौट आया है।
डिम्पल के अलावा अखिलेश के साथ तीन चचेरे भाई भी जीते
इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि सैफई से ताल्लुक रखने वाले नेताजी के पुत्र व सपा प्रमुख अखिलेश यादव सहित परिवार के पांच सदस्य एक साथ चुनाव जीत गए हैं। इनमें अखिलेश यादव जहां खुद कन्नौज से जीते वहीं उनकी पत्नी डिम्पल मैनपुरी से विजयी रहीं। इन दोनों के अलावा अखिलेश के तीन चचेरे भाई – धर्मेंद्र यादव (आजमगढ़), आदित्य यादव (बदायूं) और अक्षय यादव (फिरोजाबाद) भी लोकसभा की शोभा बढ़ाएंगे।
2019 में सपा को मिली थीं सिर्फ 5 सीेटें
सच पूछें तो मंगलवार को आए परिणामों ने 2017 और 2022 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में हार का सामना कर चुकी सपा नए उत्साह से भर उठी है। इस बार सपा ने भाजपा की सीटों में बड़ी सेंध लगाई है, जिसे 2019 के मुकाबले काफी नुकसान उठाना पड़ा है। पांच वर्ष पहले सिर्फ पांच सीटें जीत सकी समाजवादी पार्टी ने इस बार 37 सीटें जीत ली हैं जबकि पिछली बार 62 सीटें जीतने वाली भाजपा 33 सीटों पर सिमट गई है।
मतगणना के दौरान सबसे पहले मैनपुरी से डिम्पल यादव की जीत की खबर आई। उन्होंने 2,21,639 वोटों से बंपर जीत दर्ज की। इसके बाद लोगों की नजर फिरोजाबाद से अखिलेश के ताऊ व राज्यसभा सदस्य राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव पर टिकी थी। अक्षय यादव ने 89,312 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। बदायूं से शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य यादव ने 34,991 वोटों से जीत दर्ज की। वहीं अखिलेश ने कन्नौज से 1,70,922 वोटों से जीत हासिल की।
धर्मेंद्र यादव ने निरहुआ मात दी
यूपी की जिन सीटों की इस चुनाव में सर्वाधिक चर्चा थी, उनमें आजमगढ़ भी एक था। यहां अखिलेश के चाचा अभय राम यादव के बेटे धर्मेंद्र यादव ने जीत दर्ज की। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार और भोजपुरी कलाकार दिनेश लाल यादव निरहुआ को 1,61,035 वोटों के अंतर से हरा दिया। धर्मेंद्र यादव को कुल 5,08,239 वोट मिले। इस तरह सपा की ओर से सैफई परिवार के ये सभी पांच सदस्य लोकसभा में नजर आने वाले हैं।