रायगढ़ भूस्खलन : इरशालवाड़ी में रेस्क्यू अभियान के दौरान मिले और 3 शव, मृतकों की संख्या 25 पहुंची, 83 अब भी लापता
मुंबई/रायगढ़, 22 जुलाई। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के भूस्खलन प्रभावित इरशालवाड़ी गांव में खोज और बचाव अभियान शनिवार को तीसरे दिन भी जारी है। आज शुरू किए गए रेस्क्यू अभियान में तीन शव बरामद किए जा चुके हैं। इसके साथ ही हादसे में मृतकों की संख्या 25 तक जा पहुंची है। हालांकि अब भी 84 लोग लापता हैं। वहीं हादसे में एक दमकल जवान की भी मौत हुई है।
गौरतलब है कि मुंबई से लगभग 80 किलोमीटर दूर खालापुर तहसील में एक पहाड़ी पर स्थित आदिवासी गांव में बुधवार की रात भारी बारिश के बीच भूस्खन हुआ था। इस हादसे में गुरुवार शाम तक मृतकों की संख्या 16 थी, जो शुक्रवार को छह और शव मिलने के बाद बढ़कर 22 हो गई थी। वहीं आज तीन और शव बरामद होने से अब तक 25 शव बरामद किए जा चुके हैं। आज मिले एक आदमी और दो महिलाओं के शवों में एक की पहचान माही मधु तिरकत (32) के रूप में हुई है।
इरशालवाड़ी गांव के 48 में से कम से कम 17 मकान पूरी तरह या आंशिक रूप से मलबे में दब गए। रायगढ़ जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के अनुसार, गांव के 229 निवासियों में से 25 की मृत्यु हो गई है, दस घायल हुए हैं, 111 को सुरक्षित हैं और 83 व्यक्तियों का अब तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि, उनमें से कुछ लोग एक शादी में शामिल होने के लिए गांव से बाहर गए थे, जबकि कुछ घटना के समय धान की रोपाई के काम से बाहर थे। पहाड़ी के नीचे से इरशालवाड़ी तक पहुंचने में लगभग डेढ़ घंटे का समय लगता है। चूंकि सुदूर गांव में पक्की सड़क नहीं है, इसलिए मिट्टी खोदने वाले यंत्र आसानी से घटनास्थल पर नहीं ले जाये जा सके।
भूस्खलन संभावित क्षेत्रों के बाशिंदे सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किए जाएंगे – शिंदे
इधर इरशालवाड़ी गांव में भूस्खलन में मृतकों की संख्या बढ़ने के बीच राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि सरकार ने राज्य के सभी भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि रायगढ़ जिले का इरशालवाड़ी गांव भूस्खलन संभावित क्षेत्रों की सूची में शामिल नहीं था। गौरतलब है कि इससे पहले रायगढ़ जिले के महाड़ तहसील के तलिये गांव में 22 जुलाई, 2021 को हुए भूस्खलन में 87 लोगों की मौत हो गई थी।