महाराष्ट्र : उद्धव ठाकरे की शिवसेना को एक और झटका, वरिष्ठ नेता रामदास कदम ने दिया इस्तीफा
मुंबई, 18 जुलाई। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को एक और बड़ा झटका लगा, जब पार्टी के वरिष्ठ नेता रामदास कदम ने सोमवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर अपना इस्तीफा दे दिया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कदम ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस में शामिल होकर ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा से समझौता किया। भाजपा-शिवसेना सरकार (2014-19) में रामदास कदम ने महाराष्ट्र के पर्यावरण मंत्री रह चुके हैं।
एमवीए सरकार में मंत्री पद नहीं मिला, विधान परिषद के दूसरे कार्यकाल से भी वंचित
हालांकि ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार (नवंबर 2019 से जून 2022) में कदम को मंत्री पद नहीं दिया गया था, जिससे शायद उन्हें निराशा हुई थी। यही नहीं, वरन पिछले वर्ष उन्हें राज्य विधान परिषद के सदस्य के रूप में एक और कार्यकाल से भी वंचित कर दिया गया था।
अनिल परब से विवाद के बाद भी पार्टी छोड़ने के संकेत मिले थे
रामदास कदम ने इस वर्ष की शुरुआत में पार्टी के एक अन्य नेता अनिल परब के साथ अनबन के बाद शिवसेना द्वारा दरकिनार किए जाने की शिकायत की थी। परब के साथ एक विवाद ने अटकलों को हवा दी थी कि कदम शिवसेना छोड़ देंगे, लेकिन जब उन्होंने पार्टी प्रवक्ता और सांसद संजय राउत से मुलाकात की तो उन्हें शांत कर दिया गया था।
कदम के विधायक बेटे योगेश पहले ही शिंदे गुट में शामिल
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में पार्टी के 39 विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी। रामदास कदम के बेटे योगेश कदम, रत्नागिरी जिले की दपोली सीट से विधायक हैं और वह भी शिंदे के गुट में शामिल हो गए थे। शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री पद और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।