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विश्व महिला मुक्केबाजी : निकहत, नीतू और मनीषा सहित 8 भारतीय मुक्केबाज क्वार्टर फाइनल में

विश्व महिला मुक्केबाजी : निकहत, नीतू और मनीषा सहित 8 भारतीय मुक्केबाज क्वार्टर फाइनल में

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नई दिल्ली, 21 मार्च। भारतीय मुक्केबाजों ने यहां जारी महिला विश्व चैम्पियनशिप में मंगलवार को शानदार प्रदर्शन किया और बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता निकहत जरीन (50 किलो) के अलावा नीतू गंघास (48 किलो) और मनीषा मौन (57 किलो) सहित आठ मुक्केबाजों ने क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। इन तीनों मुक्केबाजों के अलावा साक्षी (52 किलो), जैस्मीन (60 किलो), लवलिना (75 किलो), स्वीटी (81 किलो) और नूपुर (81 किलो से ऊपर) ने भी अंतिम आठ का सफर तय कर लिया है।

निकहत ने मैक्सिको की पैट्रिसिया अल्वारेज हरेरा का 5-0 से शिकस्त देकर टूर्नामेंट की अपनी तीसरी जीत दर्ज की। नीतू और मनीषा ने आरएससी (रैफरी के द्वारा मुकाबला रोके जाने) से जीत दर्ज की। राष्ट्रमंडल खेलों की चैम्पियन नीतू ने ताजिकिस्तान की सुमैया कोसिमोवा को पहले दौर में हराया जबकि पिछले साल की कांस्य पदक विजेता मनीषा ने तुर्की की नूर एलिफ तुरहान को मात दी। शशि चोपड़ा (63 किलो) हालांकि जापान की मेइ कितो से 0-4 से हारकर बाहर हो गई।

 

26 वर्षीया निकहत ने जवाबी हमला करने से पहले अपने प्रतिद्वंद्वी के खेल को समझने में कुछ सेकेंड का समय लिया। हरेरा के मुक्कों से बचने के लिए उन्होंने अपने फुर्तीले पैरों का इस्तेमाल किया। दोनों मुक्केबाज पहले 52 किग्रा भार वर्ग में चुनौती पेश करती थीं। मेक्सिको की मुक्केबाज की आक्रामक शैली से अच्छी तरह वाकिफ निकहत ने सटीक पंच जड़े। पिछले सत्र में भी निकहत से शिकस्त झेलने वाली हरेरा ने लय हासिल करने की कोशिश की, लेकिन निकहत ने लगातार मुक्के लगाकर उन्हें मुकाबले से बाहर कर दिया। टूर्नामेंट की गैरवरीय खिलाड़ी निकहत ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि मैंने उस खिलाड़ी को शिकस्त दी, जिसे शीर्ष वरीयता मिली थी।’

पिछले वर्ष इस्तांबुल विश्व चैंपियनशिप के फ्लाईवेट वर्ग की स्वर्ण पदक विजेता निकहत ने कहा, ‘मैं अब भी अपने पिछले दौर के मुकाबले की थकान से उबर रही हूं क्योंकि वह मुकाबला भी एक शीर्ष वरीयता प्राप्त खिलाड़ी के खिलाफ था। यह कठिन था और उसके मुक्के काफी अच्छे से लगे थे इसलिए मेरी गर्दन में थोड़ी चोट थी और मेरा शरीर मेरे पिछले बाउट की तुलना में थोड़ा धीमा था। लेकिन मुझे खुशी है कि मैं इस बार सर्वसम्मति से जीत गई।’

निकहत ने कहा, ‘मेरे मुक्केबाजी करिअर में यह पहली प्रतियोगिता है कि मैं छह बाउट खेलूंगी क्योंकि मुझे वरीयता नहीं मिली, लेकिन मैं उस पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रही हूं।’

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