मनी लॉन्ड्रिंग केस में बढ़ेंगी प्रियंका गांधी की मुश्किलें, ED की चार्जशीट में पहली बार आया नाम
नई दिल्ली, 28 दिसम्बर। मनी लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपनी चार्जशीट में पहली बार उनके नाम का भी जिक्र किया है। हालांकि, बीते मंगलवार को दाखिल ईडी की चार्जशीट में प्रियंका का नाम आरोपित के तौर पर दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन जमीन खरीद के आरोपित से जुड़े होने के संदर्भ में उनका जिक्र है। चार्जशीट में प्रियंका के साथ उनके पति रॉबर्ट वाड्रा के नाम का जिक्र भी है।
ईडी की चार्जशीट के मुताबिक संजय भंडारी के एक कथित सहयोगी सीसी थम्पी ने दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट एजेंट एचएल पाहवा के माध्यम से 2005 से 2008 तक हरियाणा के फरीदाबाद जिले के गांव अमीपुर में 486 एकड़ जमीन खरीदी। रॉबर्ट वाड्रा ने 2005-2006 तक एचएल पाहवा से अमीपुर में 334 कनाल (40.08 एकड़) जमीन के तीन टुकड़े भी खरीदे और दिसम्बर 2010 में उसी जमीन को एचएल पाहवा को बेच दिया।
जिससे खरीदी, उसे ही बेच दी जमीन
चार्जशीट के मुताबिक रॉबर्ट वाड्रा की पत्नी प्रियंका गांधी वाड्रा ने अप्रैल, 2006 में एचएल पाहवा से अमीपुर गांव में 40 कनाल (5 एकड़) कृषि भूमि खरीदी। फरवरी, 2010 में उसी जमीन को एचएल पाहवा को बेच दिया गया। इस दौरान पाहवा को भूमि अधिग्रहण के लिए नकदी भी प्राप्त हो रही थी। ईडी ने आरोप लगाया है कि रॉबर्ट वाड्रा ने बिक्री का पूरा पैसा पाहवा को नहीं दिया। इस संबंध में जांच अब भी जारी है।
2016 में ब्रिटेन भाग गया था भंडारी
ईडी के अनुसार भंडारी 2016 में ब्रिटेन भाग गया था। ब्रिटिश सरकार ने ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के कानूनी अनुरोध पर काररवाई करते हुए इस वर्ष जनवरी में भारत में उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी थी। ईडी और सीबीआई विदेश में कथित अघोषित संपत्ति रखने के लिए संजय भंडारी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और कर चोरी के आरोपों की जांच कर रही हैं।
ईडी का आरोप – वाड्रा का करीबी सहयोगी है थंपी
इस मामले में थंपी को जनवरी, 2020 में गिरफ्तार किया गया था और ईडी ने आरोप लगाया था कि वह वाड्रा का करीबी सहयोगी था। थम्पी फिलहाल जमानत पर बाहर है। संजय भंडारी के पास विभिन्न अघोषित विदेशी आय और संपत्तियां हैं, जिनमें नंबर 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर, लंदन और 6 ग्रोसवेनर हिल कोर्ट, लंदन में निम्नलिखित संपत्तियां शामिल हैं।