1. Home
  2. हिंदी
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले पीएम मोदी – आतंकवाद व उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे भारत-अमेरिका
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले पीएम मोदी – आतंकवाद व उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे भारत-अमेरिका

संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले पीएम मोदी – आतंकवाद व उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे भारत-अमेरिका

0
Social Share

वॉशिंगटन, 22 जून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत और अमेरिका के बीच गठजोड़ की असीमित संभावनाएं हैं और दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में दोनों देश वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए योगदान दे सकते हैं।

बाइडेन बोले – ‘भारत के साथ साझेदारी दुनिया की सबसे अहम साझेदारी में एक

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ ह्वाइट हाउस में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंधों एवं समग्र वैश्विक सामरिक गठजोड़ में एक नया अध्याय जुड़ा है। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि भारत के साथ यह साझेदारी दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण साझेदारी में से एक है, जो इतिहास में किसी भी समय अधिक मजबूत, करीबी और अधिक गतिशील है।

भारत और अमेरिका के बीच गठजोड़ की असीमित संभावनाएं

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आज का दिन भारत और अमेरिका के संबंधों के इतिहास में एक विशेष महत्व रखता है। आज की हमारी चर्चा और महत्वपूर्ण निर्णयों से हमारी समग्र वैश्विक सामरिक गठजोड़ में एक नया अध्याय जुड़ा है।’ उन्होंने कहा, ‘भारत और अमेरिका के बीच गठजोड़ की असीमित संभावनाएं हैं। हमारे संबंधों का सबसे महत्वपूर्ण स्तम्भ लोगों के बीच सम्पर्क है। 40 लाख से अधिक भारतीय मूल के लोगों ने अमेरिका के विकास में योगदान दिया है।’

‘दुनिया की आकांक्षाओं को पूरा सकने का हमे पूरा भरोसा

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और अमेरिका दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र है और ये वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि में योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि इन मूल्यों के आधार पर हम दुनिया की आकांक्षाओं को पूरा कर सकते हैं।’

भारत के अर्टेमिस संधि में शामिल होने का फैसले की घोषणा के बारे में पीएम मोदी ने कहा, ‘हमने अंतरिक्ष सहयोग में नया कदम आगे बढ़ाया है। राष्ट्रपति बाइडेन के साथ कई क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा हुई। भारत-अमेरिका का व्यापार और निवेश साझेदारी, दोनों देशों के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है तथा आज अमेरिका, भारत का सबसे बड़ा कारोबारी सहयोगी है।’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम दोनों सहमत हैं कि हमारी सामरिक प्रौद्योगिकी गठजोड़ को सार्थक करने में गवर्नेंस, कारोबार और अकादमिक संस्थानों का साथ आना बहुत महत्वपूर्ण है। भारत और अमेरिका के बीच करीबी रक्षा सहयोग हमारे आपसी विश्वास और साझा रणनीति प्राथमिकताओं का प्रतीक है। पुराने समय के क्रेता-विक्रेता संबंध को पीछे छोड़कर आज हम प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण, सह-विकास और सह-उत्पादन की तरफ बढ़ चुके हैं।’

अमेरिका के साथ भारत के प्रगाढ़ होते रिश्तों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘ह्वाइट हाउस में इतनी बड़ी संख्या में भारतीय लोगों की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि भारतीय अमेरिकी हमारे संबंधों की असली ताकत हैं। इन संबंधों को और गहरा करने के लिए हम अमेरिका द्वारा बेंगलुरु और अहमदाबाद में वाणिज्य दूतावास खोलने के निर्णय का स्वागत करते हैं।’

‘हिन्द प्रशांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा यह हमारी साझा प्राथमिकता

पीएम मोदी ने कहा, ‘आतंकवाद और कट्टरवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और अमेरिका कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हम सहमत हैं कि सीमापार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस काररवाई आवश्यक है। हिन्द प्रशांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा यह हमारी साझा प्राथमिकता है। हम एकमत हैं कि इस क्षेत्र का विकास और सफलता पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है।’

अमेरिका-भारत गठजोड़ वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी अहम

उन्होंने कहा कि कारोबार और निवेश में अमेरिका-भारत गठजोड़ न केवल दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि यह वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी अहम है। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं नहीं, बल्कि भारत एक लोकतंत्र है और जैसा कि राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा है, भारत और अमेरिका दोनों के डीएनए में लोकतंत्र है।

हम लोकतंत्र को जीते हैं, तब भेदभाव की बात ही नहीं आती’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘लोकतंत्र हमारे रगों में है। लोकतंत्र को हम जीते है। हमारे पूर्वजों ने संविधान के रूप में शब्दों में ढ़ाला है। जब हम लोकतंत्र को जीते हैं तब भेदभाव की बात ही नहीं आती। हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के सिद्धांत पर चलती है। भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों में कोई भेदभाव नहीं है। सरकार की योजनाएं सभी के लिए हैं और इसमें जाति, पंथ, धर्म आदि को लेकर किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होता है।’

‘हम शांति की बहाली के लिए हरसंभव योगदान देने के लिए पूरी तरह से तैयार

पीएम मोदी ने कहा कि कोविड महामारी और यूक्रेन संघर्ष से ग्लोबल साऊथ के देश विशेष रूप से पीड़ित हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारा मत है कि इन समस्याओं के समाधान के लिए सभी देशों का एकजुट होना अनिवार्य है। हम शांति की बहाली के लिए हरसंभव योगदान देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।’

वहीं, जलवायु परिवर्तन से संबंधित सवाल का जवाब देते हुए बाइडन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह मानवता के लिए अस्तित्वगत खतरा है जबकि प्रधानमंत्री ने कहा कि हम भारत को हरित ऊर्जा केंद्र बनाने के लिए काम कर रहे हैं।’

LEAVE YOUR COMMENT

Your email address will not be published.

Join our WhatsApp Channel

And stay informed with the latest news and updates.

Join Now
revoi whats app qr code