1. Home
  2. हिन्दी
  3. राजनीति
  4. मोदी सरकार के 11 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में राजघाट पर होगा लोक संवर्धन पर्व का आयोजन
मोदी सरकार के 11 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में राजघाट पर होगा लोक संवर्धन पर्व का आयोजन

मोदी सरकार के 11 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में राजघाट पर होगा लोक संवर्धन पर्व का आयोजन

0
Social Share

नई दिल्ली, 10 जून। मोदी सरकार के 11 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय 11 से 15 जून तक नई दिल्ली में राजघाट पर गांधी दर्शन के बिरसा मुंडा लॉन में लोक संवर्धन पर्व का आयोजन करने जा रहा है। इस कार्यक्रम में अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की प्रमुख योजनाओं, कार्यक्रमों और उपलब्धियों को दर्शाया जाएगा।

अल्‍पसंख्‍यक कार्य मंत्रालय के अनुसार, लोक संवर्धन पर्व का यह संस्करण भारत के उत्तरी राज्यों के 50 से अधिक दस्तकारों और कारीगरों को अपने पारंपरिक शिल्प के प्रदर्शन और बिक्री के लिए शानदार मंच प्रदान करेगा। इसके माध्यम से उन्हें संभावित खरीदारों के साथ जुड़ने और बाजार से संबंध बनाने में भी सहायता मिलेगी।

कार्यक्रम की परिकल्पना समावेशी विकास के उत्सव के रूप में की गई है। इसमें सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के दृष्टिकोण के अंतर्गत मंत्रालय की प्रमुख योजनाओं, कार्यक्रमों और उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाएगा । इसमें अल्पसंख्यक समुदायों, विशेष रूप से दस्तकारों, कारीगरों और पारंपरिक शिल्पकारों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में मंत्रालय के निरंतर प्रयासों पर भी प्रकाश डाला जाएगा।

कार्यक्रम की मुख्य बातें –

  • मंत्रालय की प्रमुख पहलों का प्रदर्शन, जिसमें पीएम विकास (प्रधानमंत्री विरासत का संवर्धन), एनएमडीएफसी योजनाएं और सफलता की कहानियां शामिल हैं।
  • दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के दस्तकारों, कारीगरों और पाक-कला विशेषज्ञों की भागीदारी।
  • लाख की चूड़ियों, लकड़ी की पेंटिंग, ब्लू पॉटरी, कढ़ाई, बनारसी जरी, फुलकारी, चर्म शिल्प, कालीन, आभूषण और लकड़ी की नक्काशी जैसी पारंपरिक कला और हस्तशिल्प की सामग्रियों की प्रदर्शनी के साथ बिक्री।
  • इस कार्यक्रम के दौरान देश के विभिन्न भागों से आए लोक कलाकारों की ओर से शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।

इस पर्व का उद्देश्य अल्पसंख्यक समुदायों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देते हुए मंत्रालय के समावेशी विकास प्रयासों के बारे में अधिक जागरूकता फैलाना है। यह पारंपरिक दस्तकारों-कारीगरों के सशक्तिकरण, स्वदेशी कला रूपों के संरक्षण और उन्हें स्थायी आजीविका से जोड़ने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है।

LEAVE YOUR COMMENT

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Join our WhatsApp Channel

And stay informed with the latest news and updates.

Join Now
revoi whats app qr code