कनाडा में खालिस्तान समर्थकों का ‘किल इंडिया’ रैली का एलान, भारत ने कनाडाई उच्चायुक्त को तलब किया
ओटावा/नई दिल्ली, 4 जुलाई। कनाडा में खालिस्तान समर्थकों की भारत विरोधी हरकतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। इस क्रम में इस क्रम में खालिस्तान समर्थकों ने ‘किल इंडिया’ नाम से पोस्टर शेयर किए हैं, जिनमें भारतीय राजनयिकों की तस्वीरें लगी हैं और उन्हें धमकी दी गई है। खालिस्तानियों ने एलान किया है कि वे आठ जुलाई को ओटावा स्थित भारतीय उच्चायोग और दो अन्य कौंसुलेट्स के सामने प्रदर्शन करेंगे।
हरदीप सिंह निज्जर के नाम पर रैलियों के आयोजन की घोषणा
दरअसल, कनाडा में हरदीप सिंह निज्जर के नाम पर रैलियां करने का एलान हुआ है, जिसकी 18 जून को कनाडा के ही एक गुरुद्वारे की पार्किंग में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। खालिस्तान समर्थक तत्वों का कहना है कि निज्जर की हत्या के पीछे भारतीय एजेंसियों का हाथ है।
फिलहाल भारत ने खालिस्तान समर्थकों की इन हरकतों पर सख्त आपत्ति जताई है और कनाडा से कहा है कि वह इन तत्वों पर लगाम कसे। नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कनाडा के उच्चायुक्त कैमरून मैकके को तलब कर खालिस्तान की हरकतों को लेकर चिंता जाहिर की गई है और भारतीय राजनयिकों और दूतावासों की सुरक्षा करने को कहा गया है।
कनाडा सरकार ने कहा – ऐसा कोई भी आयोजन स्वीकार नहीं किया जाएगा
भारत की आपत्ति के बाद कनाडा की सरकार भी हरकत में आई है। उसने खालिस्तान समर्थकों द्वारा भारतीय उच्चायोग के बाहर रैली करने को गलत बताया है और कहा कि यह अस्वीकार्य रहेगा। ट्विटर पर दिए बयान में कनाडा के विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा, ‘विएना कन्वेंशन के तहत कनाडा डिप्लोमैट्स की सुरक्षा को प्रमुखता देता है। कनाडा भारतीय राजनयिकों के साथ संपर्क में है। हम 8 जुलाई को कुछ तत्वों की ओर से रैली के एलान को लेकर सतर्क हैं। ऐसा कोई भी आयोजन स्वीकार नहीं किया जाएगा।’
The materials posted online for a protest on July 8 are unacceptable, and they do not represent Canadians. Canada will continue to ensure the safety of foreign diplomats in this country – and we take this responsibility seriously. https://t.co/OrU91UMwc9
— Anita Anand (@AnitaAnandMP) July 4, 2023
कनाडा सरकार अपनी धरती पर राजनयिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध : रक्षा मंत्री
कनाडा की रक्षा मंत्री अनीता आनंद ने भी ऐसा ही ट्वीट किया। उन्होंने कहा, ‘आठ जुलाई की रैली को लेकर जो सामग्री शेयर की गई है, उसे हम खारिज करते हैं। यह कनाडा के लोगों का विचार नहीं है। कनाडा की सरकार अपनी धरती पर राजनयिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। हम अपनी जिम्मेदारी को पूरी गंभीरता से समझते हैं।
सैन फ्रांसिस्को की घटना के बाद बढ़ गई है चिंता
उल्लेखनीय है कि अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारतीय कौंसुलेट पर आग लगाने के प्रयास के बाद चिंता और बढ़ गई है। एक भारतीय अधिकारी ने कहा कि कनाडा के अफसरों को पूरी जानकारी दी गई है और उन्हें मामले की गंभीरता के बारे में बताया गया है। एक अधिकारी ने कहा कि अमेरिका में हुई हिंसक घटना से पता चलता है कि सच में खतरा कितना बड़ा है।