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भारतवंशी ऋषि सुनक ने रचा इतिहास, ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री नामित, पेनी मोर्डंट ने भी वापस ली दावेदारी

भारतवंशी ऋषि सुनक ने रचा इतिहास, ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री नामित, पेनी मोर्डंट ने भी वापस ली दावेदारी

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लंदन, 24 अक्टूबर। भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने दीपावली के अवसर पर ब्रिटेन में इतिहास रच दिया और देश के नए प्रधानमंत्री नामित हो गए। दरअसल, पीएम पद की रेस में शामिल पेनी मोर्डंट ने निर्धारित समय सोमवार की दोपहर तक पर्याप्त संख्याबल जुटाने में असफल रहने के बाद अपनी दावेदारी वापस ले ली, जिसके साथ ही 42 वर्षीय ऋषि सुनक का पीएम बनने का रास्ता साफ हो गया।

28 अक्टूबर को पीएम पद की शपथ ले सकते हैं सुनक

प्राप्त जानकारी के मुताबिक ऋषि 28 अक्टूबर को देश के नए प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ले सकते हैं और 29 अक्टूबर को सुनक कैबिनेट का गठन किया जा सकता है। सुनक भारत के जानेमाने उद्योगपति व इंफोसिस के सह संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद हैं। नारायण मूर्ति व सुधा मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से सुनक की शादी 2009 में हुई थी।

पेनी के पक्ष में महज 25 सांसद थे और वह संख्याबल नहीं जुटा सकीं

उल्लेखनीय है कि ब्रिटिश पीएम पद के चुनाव में सुनक को संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ की नेता पेनी मोर्डंट से कड़ी टक्कर मिली थी। इस संबंध में पेनी के प्रवक्ता ने सोमवार की सुबह में दावा किया था कि पेनी मोर्डंट दोपहर तक सभी सहयोगी पार्टियों से बात करके आवश्यक संख्याबल जुटाने का प्रयास कर रही हैं।

लेकिन पेनी के पक्ष में महज 25 सांसद थे और वो संख्याबल को जुटाने में कामयाब नहीं हो सकी, जिसके कारण बाजी सीधे ऋषि सुनक के हाथों में चली गई क्योंकि पीएम पद की दावेदारी के लिए तय अंतिम समयसीमा सोमवार स्थानीय समयानुसार दो बजे तक 150 से अधिक सांसदों का समर्थन प्राप्त कर सुनक प्रतिस्पर्धा में एक ठोस बढ़त हासिल कर चुके थे। ब्रिटेन में कुल सासंदों की संख्या 357 है।

बोरिस जॉनसन के हटते ही भारी हो गया था ऋषि का पलड़ा

वैसे ऋषि सुनक के पक्ष में पलड़ा उसी समय भारी हो गया था, जब पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने पीएम रेस से बाहर होने की घोषणा कर दी। माना जा रहा था कि जॉनसन को अंदेशा था कि वो सुनक की तुलना में कंजर्वेटिव सदस्यों का आवश्यक समर्थन नहीं जुटा पाएंगे। पूर्व प्रधानमंत्री ने रविवार रात को यह कहते हुए प्रधानमंत्री पद की दौड़ से खुद को अलग कर लिया कि उनके द्वारा प्रधानमंत्री पद पर वापसी के लिए यह सही समय नहीं है।

प्रीति पटेल सहित जॉनसन खेमे के कई चर्चित चेहरों ने सुनक का कर दिया था समर्थन

इसके बाद से ही ऋषि सुनक की दिवाली पर जीत की संभावना काफी हद तक बढ़ गई थी। कंजर्वेटिव पार्टी के कई चर्चित सांसदों ने पूर्व पीएम जॉनसन के खेमे को छोड़ते हुए सुनक का समर्थन किया था, जिसमें पूर्व गृह मंत्री प्रीति पटेल, कैबिनेट मंत्री जेम्स क्लेवर्ली और नदीम जहावी भी शामिल थीं।

पटेल भारतीय मूल की पूर्व ब्रिटिश मंत्री हैं, जिन्होंने पिछले महीने लिज ट्रस के प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि कंजर्वेटिव पार्टी को सुनक को नेतृत्व करने का मौका देना चाहिए। पटेल ने सुनक को तब समर्थन दिया, जब पार्टी के आधे से अधिक सांसदों ने सार्वजनिक रूप से उन्हें समर्थन दिया था। जिसके बाद से तय हो गया था कि ऋषि सुनक के रूप में ब्रिटेन को पहला गैर-श्वेत प्रधानमंत्री मिलने जा रहा है।

हैंपशायर में जन्मे ऋषि सुनक के माता-पिता पंजाब से जाकर ब्रिटेन में बसे थे

ब्रिटेन के हैंपशायर में जन्मे ऋषि सुनक के माता-पिता पंजाब के रहने वाले थे। बाद में वह पंजाब से जाकर ब्रिटेन में बस गए थे। सुनक ने अमेरिका के स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई की है। इसके अलावा उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति, दर्शन और अर्थशास्त्र में भी डिग्री हासिल की है।

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