
नई दिल्ली, 15 मई। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई भी बातचीत केवल आतंकवाद के मुद्दे पर ही होगी। राष्ट्रीय राजधानी में होंडुरास के दूतावास के उद्घाटन के बाद पत्रकारों से बातचीत में जयशंकर ने यह टिप्पणी की।
डॉ. जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान से बातचीत का विषय सिर्फ आतंकवाद होगा। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान को पता है कि उसे क्या करना है, आतंकियों को सौंपना और आतंकवादी ठिकानों को बंद करना। हम उनके साथ केवल आतंकवाद के मुद्दे पर ही बात करने को तैयार हैं।’
Delighted to jointly inaugurate the Embassy of Republic of Honduras along with FM @EnriqueReinaHN today in Delhi.
This inauguration marks a new milestone in our partnership, centred on mutual respect and mutual commitment.
Discussed cooperation as Global South partners… pic.twitter.com/22OQ4nEehy
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) May 15, 2025
विदेश मंत्री ने कहा कि गत 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद भारत को अंतरराष्ट्रीय समुदाय का भरपूर समर्थन मिला। उस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी, जिसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली थी।
जयशंकर ने बताया कि कई देशों के नेताओं और मंत्रियों ने प्रधानमंत्री और उन्हें फोन कर समर्थन जताया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें हमले के दोषियों को सजा देने की बात कही गई थी।
‘पाकिस्तान को हमारी सलाह न मानने की बड़ी सजा भुगतनी पड़ी’
उन्होंने कहा कि गत सात मई को भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकियों को सजा दी। इस अभियान में भारत ने आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। उन्होंने कहा, ‘हमने पाकिस्तान को पहले ही संदेश भेजा था कि हमारी काररवाई केवल आतंकियों के खिलाफ है, सेना को इससे अलग रहने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने यह सलाह नहीं मानी। 10 मई की सुबह उन्हें भारी नुकसान हुआ। अब सैटेलाइट तस्वीरों से साफ है कि हमने कितना बड़ा नुकसान किया।’