
तुर्किये पर सरकार का एक्शन : भारतीय हवाई अड्डों की सुरक्षा करने वाली कम्पनी सेलेबी की मंजूरी रद
नई दिल्ली, 15 मई। बीते दिनों भारतीय सैन्य काररवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान की ओर से ड्रोन व मिसाइल हमलों में उसका साथ देने वाले देश तुर्किये के खिलाफ भारत सरकार ने सख्त काररवाई शुरू कर दी है। इस क्रम में केंद्र ने 15 मई को तुर्किये की कम्पनी सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को दी गई सुरक्षा मंजूरी ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में तत्काल प्रभाव से’ रद कर दी।
भारत सरकार की इस काररवाई से सुरक्षा के प्रति संवेदनशील ग्राउंड हैंडलिंग प्रभावित होगी, जो तुर्किये की सेलेबी एविएशन नौ प्रमुख भारतीय हवाई अड्डों : दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई, अहमदाबाद, गोवा, कोचीन और कन्नूर के यात्री और कार्गो टर्मिनलों पर प्रदान करती है।
BCAS ने तत्काल प्रभाव से रद की सुरक्षा संबंधी CELEBI की मंजूरी
नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) के संयुक्त निदेशक (संचालन) सुनील यादव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, ‘ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसी श्रेणी के तहत CELEBI एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के संबंध में सुरक्षा मंजूरी को 21 नवम्बर, 2022 को डीजी, बीसीएएस द्वारा अनुमोदित किया गया था। डीजी, बीसीएएस को प्रदत्त शक्ति के प्रयोग में, सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के संबंध में सुरक्षा मंजूरी राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में तत्काल प्रभाव से रद की जाती है।’
सेलेबी का आंशिक स्वामित्व तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगान की बेटी सुमेये के पास
वहीं नागरिक उड्डयन मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में लिया गया है। राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने एक्स पर लिखा, ‘हमें पूरे भारत से सेलेबी पर प्रतिबंध की मांग मिली थी। राष्ट्रीय हित की रक्षा के लिए सुरक्षा मंजूरी रद्द की गई है।’ सेलेबी कम्पनी 2008 से भारत में कार्यरत है और रिपोर्टों के अनुसार इसका आंशिक स्वामित्व तुर्की राष्ट्रपति तैयप एर्दोगान की बेटी सुमेये एर्दोगान के पास है। सुमेये की शादी सेल्कुक बयरक्तर से हुई है, जो बयरक्तर मिलिट्री ड्रोन बनाते हैं – यही ड्रोन पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया।
अब मुंबई में बर्ड फ्लाइट सर्विसेज, एजाइल एयरपोर्ट सर्विसेज (इंडिगो की) और एआई एयरपोर्ट सर्विसेज लि. हैं। प्रभावित एयरपोर्ट के संचालकों को सेलेबी की जगह भरने के लिए अन्य ग्राउंड हैंडलर को कहकर जल्दी से कुछ अस्थायी व्यवस्था करनी होगी। इसके बाद वे एक अन्य ग्राउंड हैंडलर की नियुक्ति के लिए निविदा जारी करेंगे।
कई ग्राउंड होल्डिंग कम्पनियों की हवाई अड्डों पर नजर
समझा जाता है कि कई ग्राउंड होल्डिंग कम्पनियां अधिक व्यवसाय पाने के लिए इस अवसर पर नजर गड़ाए हुए हैं। एयरपोर्ट पर ग्राउंड हैंडलर जमीन पर विमानों के कुशल और सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न कार्यों को संभालते हैं। वे सामान, कार्गो और मेल को लोड और अनलोड करते हैं। वे यात्रियों के चेक-इन, बोर्डिंग और ईंधन वितरण, विमान के रखरखाव और सफाई जैसी ग्राउंड सेवाओं में भी सहायता करते हैं।
तुर्किये ने हमेशा पाकिस्तान का पक्ष लिया है
देखा जाए तो तुर्किये ने हमेशा पाकिस्तान का पक्ष लिया है। इसी क्रम में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को उसका समर्थन एक अलग स्तर पर रहा है। लंबे समय से भारतीय हवाई अड्डों पर सेलेबी का संचालन खतरे की घंटी रहा है। सेलेबी को लेकर सुरक्षा प्रतिष्ठान की चर्चा कुछ समय से चल रही है, लेकिन पहलगाम हमले के बाद तुर्किये के बयान और पाकिस्तान को उसका समर्थन आखिरी तिनका साबित हो सकता है।
सेलेबी की वेबसाइट के अनुसार, ‘भारत में सेलेबी की उपस्थिति तीन अलग-अलग संस्थाओं के साथ तेजी से बढ़ी… मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक संयुक्त उद्यम के साथ शुरुआत हुई। एक साल के भीतर, सेलेबी को भारत में सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया के रूप में ग्राउंड हैंडलिंग और दिल्ली हवाई अड्डे पर सेलेबी दिल्ली कार्गो टर्मिनल मैनेजमेंट इंडिया के रूप में कार्गो सेवाएं प्रदान करने के लिए पंजीकृत किया गया। पिछले 10 वर्षों में, ये दो स्टेशन भारत में कुल नौ स्टेशन बन गए हैं।’
इसके द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में यात्री सेवाएं, लोड नियंत्रण और उड़ान संचालन, रैंप सेवाएं और सामान्य विमानन सेवाएं शामिल हैं। यह प्रतिवर्ष 58,000 उड़ानों, 5.4 लाख टन कार्गो का संचालन करता है तथा इसमें 7,800 कर्मचारी कार्यरत हैं।