
कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने पीएम मोदी से फोन पर की बात, G7 समिट का दिया न्योता
नई दिल्ली, 6 जून। कनाडा के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री मार्क जे. कार्नी ने शुक्रवार को अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की और उन्हें इसी मासांत कनानास्किस में आयोजित होने वाले G-7 शिखर सम्मेलन में भागीदारी के लिए आमंत्रित भी किया। पीएम मोदी ने इस बातचीत के दौरान कार्नी को हाल की चुनावी जीत पर बधाई दी और कनाडा की ओर से G7 समिट आमंत्रण के लिए भी उनका आभार व्यक्त किया।
पीएम मोदी ने एक्स पर इस बातचीत की जानकारी देते हुए लिखा, ‘कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क जे कार्नी से फोन पर बात करके खुशी हुई। हाल ही में हुए चुनाव में उनकी जीत पर उन्हें बधाई दी और इस महीने के अंत में कनानास्किस में होने वाले जी7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।’
Glad to receive a call from Prime Minister @MarkJCarney of Canada. Congratulated him on his recent election victory and thanked him for the invitation to the G7 Summit in Kananaskis later this month. As vibrant democracies bound by deep people-to-people ties, India and Canada…
— Narendra Modi (@narendramodi) June 6, 2025
G7 समिट में कार्नी से मुलाकात का बेसब्री से इंतजार
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत और कनाडा जो जीवंत लोकतंत्र और गहरे जन-जन के संबंधों से जुड़े हैं, आपसी सम्मान और साझा हितों के आधार पर नई ऊर्जा के साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने जी7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री कार्नी से मुलाकात की उम्मीद भी जताई और कहा कि शिखर सम्मेलन में हमारी मुलाकात का बेसब्री से इंतजार है।
समझा जाता है कि भारत-कनाडाई पीएम की ये बातचीत दोनों देशों के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत और कनाडा के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध लंबे समय से चले आ रहे हैं और इस तरह के उच्च-स्तरीय संवाद से दोनों देशों के सहयोग को और मजबूती मिलने की उम्मीद है।
जी 7 शिखर सम्मेलन में दोनों नेताओं की मुलाकात वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगी। जी-7 दुनिया की सात विकसित अर्थव्यवस्थाओं कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका का संगठन है। इसमें यूरोपीय संघ (ईयू), आईएमएफ, विश्व बैंक और संयुक्त राष्ट्र भी शामिल हैं।
भारत-कनाडा के रिश्तों में तनाव
गौरतलब है कि भारत-कनाडा के रिश्ते सितम्बर, 2023 में उस वक्त खराब हुए, जब कनाडा के तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या में कथित भारतीय एजेंटों की संलिप्तता के आरोप लगाए। भारत ने तब इन आरोपों को बेबुनियाद और प्रेरित कहकर खारिज कर दिया था।
कनाडा ने इस संबंध में जांच की मांग की थी और इस जांच में अब तक कुछ निकलकर तो सामने नहीं आया, लेकिन दोनों देशों के रिश्ते जरूर खराब हो गए। कनाडा में अब सरकार बदल चुकी है। देश के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने भारत के साथ संबंधों को सुधारने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई है। हालांकि, अब तक भारत-कनाडा रिश्तों में कोई खास सुधार देखने को नहीं मिला है।