
महाराष्ट्र : भाजपा विधायक राहुल नार्वेकर फिर बनेंगे विधानसभा अध्यक्ष, दूसरे दिन 108 विधायों ने ली शपथ
मुंबई, 8 दिसम्बर। भाजपा विधायक राहुल नार्वेकर का लगातार दूसरी बार महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में निर्वाचन तय हो गया है। नवगठित विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन रविवार को नार्वेकर ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उप मुख्यमंत्रीद्वय एकनाथ शिंदे व अजित पवार की मौजूदगी में अपना नामांकन दाखिल किया।
उल्लेखनीय है कि 2022 में शिवसेना दो फाड़ होने के बाद जब पहली बार एकनाथ शिंदे की अगुआई में महायुति सरकार बनी थी, तब भी नार्वेकर ही विस अध्यक्ष बने थे। ऐसे में महायुति ने स्पीकर की कुर्सी पर उन्हें ही रिपीट करने का फैसला किया।
कुल 280 विधायकों ने ली शपथ, 8 अनुपस्थित रहे
इस बीच विशेष सत्र के दूसरे दिन कुल 107 नवनिर्वाचित विधायकों ने शपथ ली। इसके साथ ही दो दिनों में कुल 280 विधायक शपथ ले चुके हैं। प्रोटेम स्पीकर कालीदास कोलंबकर ने इस सभी विधायकों को शपथ दिलाई। हालांकि अब तक आठ विधायक शपथ नहीं ले सके हैं। इन सभी को बाद में विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर में शपथ दिलाई जाएगी।
विपक्षी गठबंधन एमवीए के विधायकों ने भी ली शपथ
आज विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (MVA) के विधायकों ने भी विधानसभा की सदस्यता ग्रहण की। इनमें कांग्रेस के नाना पटोले, विजय वडेट्टीवार व अमित देशमुख, एनसीपी (एसपी) नेता जितेंद्र अह्वाड और शिवसेना (यूबीटी) के आदित्य ठाकरे भी शामिल थे।
आदित्य ठाकरे ने शपथ लेने से किया था इनकार
सत्र के पहले दिन विपक्षी सदस्यों ने बीते चुनाव में ईवीएम के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया था। आदित्य ठाकरे ने शनिवार को कहा था, ‘हमारे जीते हुए विधायक शपथ नहीं लेंगे। यदि यह जनता का जनादेश होता तो लोग खुश होते और जश्न मनाते, लेकिन इस जीत का कहीं भी लोगों ने जश्न नहीं मनाया। हमें चुनाव में इस्तेमाल हुए ईवीएम पर संदेह है।’
नार्वेकर ने ‘असली शिवसेना‘ पर दिया था फैसला
जहां तक कोलाबा से जीत कर आए राहुल नार्वेकर का सवाल है तो वह उन विरले नेताओं में शामिल होने जा रहे हैं, जिन्हें महाराष्ट्र विधानसभा में लगातार दो बार स्पीकर बनने का मौका मिला है। नार्वेकर पहली बार तीन जुलाई, 2022 को विधानसभा अध्यक्ष बने थे। नार्वेकर ने ही शिवसेना बनाम शिवसेना और एनसीपी बनाम एनसीपी में असली गुट पर फैसला दिया था। नार्वेकर ने शिंदे और अजित पवार की अगुआई वाले धड़ों को असली पार्टी करार दिया था, हालांकि उन्होंने किसी भी विधायक को अयोग्य नहीं ठहराया था।
इस बार विधानसभा चुनाव में महायुति को प्रचंड बहुमत मिला है। महायुति ने 230 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि एमवीए को 46 सीटें मिली हैं। विधानसभा में नेता विपक्ष होगा या फिर नहीं। इसका फैसला आगे राहुल नार्वेकर ही करेंगे, क्योंकि एमवीए के किसी भी घटक को 10 फीसदी सीटों पर जीत नहीं मिली है।
शिवसेना के प्रवक्ता रह चुके हैं
राहुल नार्वेकर ने अपने राजनीतिक करिअर की शुरुआत शिवसेना से की थी। वह पार्टी की यूथ विंग में प्रवक्ता थे। 15 साल तक काम करने के बाद जब शिवसेना से लोकसभा का टिकट नहीं मिला, तब एनसीपी में शामिल हो गए थे। इसके बाद वह मावल से चुनाव लड़े थे और हार गए थे। इसके बाद जून, 2016 में राहुल नार्वेकर विधान परिषद के सदस्य राज्यपाल द्वारा मनोनीत किए गए थे। 2019 में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी और फिर कोलाबा से लड़े थे। नार्वेकर 16,195 वोटों से जीत कर विधायक और फिर बाद में स्पीकर बने थे। 2024 के विधानसभा चुनावों में राहुल नार्वेकर 48,581 वोटों के मार्जिन से जीते हैं।