सेना प्रमुख ने सीजफायर उल्लंघन पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की, सेना को जवाबी काररवाई की पूरी छूट
नई दिल्ली, 11 मई। पाकिस्तानी सेना द्वारा शनिवार की रात संघर्षविराम और वायु क्षेत्र उल्लंघन की घटनाओं के बाद भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पश्चिमी सीमाओं पर तैनात सेना कमांडरों के साथ सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने 10 मई को हुई डीजीएमओ वार्ता के तहत बनी सहमति के उल्लंघन होने की स्थिति में ‘काइनेटिक डोमेन’ यानी जवाबी काररवाई के लिए सेना के कमांडरों को पूरी छूट दे दी है। भारतीय सेना की ओर से रविवार को जारी बयान के अनुसार, पश्चिमी सीमा पर किसी भी तरह के उल्लंघन पर सेना तुरंत और प्रभावी जवाब देगी।
OPERATION SINDOOR
Consequent to the ceasefire and airspace violations on night of 10-11 May 2025, #GeneralUpendraDwivedi, #COAS reviewed the security situation with the Army Commanders of the Western Borders.
The #COAS has granted full authority to the Army Commanders for… pic.twitter.com/kyWGwePqN0
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) May 11, 2025
इससे पहले विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा था कि पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया है, जिसका सेना जवाब दे रही है। इसके साथ ही सेना को जवाबी काररवाई करने की खुली छूट दे दी गई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से यह काररवाई अत्यंत निंदनीय है और इसकी पूरी जिम्मेदारी पाकिस्तान पर है।
उल्लेखनीय है कि तीन दिनों तक चले संघर्ष के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम हुआ था। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया था कि शनिवार शाम पांच बजे से सीजफायर लागू हो गया, लेकिन महज चार घंटे के अंदर ही पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया और सीमा पार से गोलीबारी शुरू की। साथ ही कई शहरों को ड्रोन के जरिए निशाना बनाया।
इसके अलावा, भारत सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ जारी लड़ाई को लेकर बड़ा फैसला लिया था। सरकार ने सख्त संदेश देते हुए कहा था कि भविष्य में कोई भी आतंकी घटना भारत के खिलाफ युद्ध की काररवाई मानी जाएगी। साथ ही भारत सरकार ने निर्णय लिया है कि भविष्य में किसी भी आतंकी काररवाई को भारत के खिलाफ युद्ध की काररवाई माना जाएगा और उसी के अंदाज में जवाब भी दिया जाएगा।
