
महाकुम्भ : धर्म संसद में राहुल गांधी को हिन्दू धर्म से बहिष्कृत किए जाने का प्रस्ताव पारित, अमेरिकी सरकार की भी निंदा
महाकुम्भ नगर, 9 फरवरी। महाकुम्भ मेला क्षेत्र के सेक्टर 12 स्थित शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के शिविर में आहूत परम् धर्म संसद में रविवार को दो बड़े प्रस्ताव पारित किए गए। एक ओर जहां अमेरिकी प्रशासन के हिन्दू विरोधी कृत्य की कड़ी निंदा की गई वहीं मनुस्मृति के खिलाफ वक्तव्य देने पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को हिन्दू धर्म से बहिष्कृत करने का प्रस्ताव पारित किया गया।
राहुल क्षमा मांगे, अन्यथा एक माह में काररवाई होगी
धर्म संसद ने इसके साथ ही राहुल गांधी से क्षमा याचना करने की मांग की गई। उन्हें इस ग्रंथ की निंदा करने पर कारण स्पष्ट करने के लिए एक माह का वक्त इस चेतावनी के साथ दिया गया है कि क्यों न उन्हें हिन्दू धर्म से बहिष्कृत कर दिया जाए।
धर्म संसद ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के वायरल हो रहे एक वीडियो क्लिप को संज्ञान में लिया है। बताया गया कि वायरल वीडियो में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मनुस्मृति को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं। धर्म संसद में कहा गया कि उनके इस बयान से मनुस्मृति को पवित्र ग्रंथ मानने वाले करोड़ों आस्थावान लोगों को पीड़ा हुई है। विकास पाटनी के निंदा प्रस्ताव रखने पर परम् धर्म संसद ने राहुल गांधी को हिन्दू धर्म से बहिष्कृत करने का प्रस्ताव पारित करते हुए एक माह में कारण स्पष्ट करने को कहा है।
अमेरिकी प्रशासन ने हिन्दुओं की धार्मिक आस्था पर जान बूझकर चोट पहुंचाई
वहीं अमेरिका को लेकर धर्म संसद में कहा गया कि अमेरिका ने अवैध रूप से प्रविष्ट कुछ भारतीयों को देश से बाहर किया है। यह उसका अधिकार है, लेकिन अभिरक्षा में लिए गए भारतीय हिन्दुओं को अमेरिकी प्रशासन का खाने में निषिद्ध भोजन परोसा जाना बेहद निंदनीय है। ऐसा प्रतीत होता है कि अमेरिकी प्रशासन ने हिन्दुओं की धार्मिक आस्था पर चोट पहुंचाने के लिए यह कृत्य जान बूझकर किया है।
चर्चा के बाद धर्मादेश सुनाते हुए शंकराचार्य ने कहा कि धर्म संसद राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व वाली अमेरिकी प्रशासन की घोर निंदा करते हुए उनसे क्षमा याचना की मांग करती है। यही नहीं, धर्मसंसद ने भारत सरकार से भी अमेरिकी प्रशासन के हिन्दू विरोधी कृत्य के लिए निंदा प्रस्ताव पारित करने की मांग की है।