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भारत ने पांचवीं बार जीती एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी हॉकी, कड़े फाइनल में मेजबान चीन को 1-0 से दी शिकस्त

भारत ने पांचवीं बार जीती एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी हॉकी, कड़े फाइनल में मेजबान चीन को 1-0 से दी शिकस्त

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हुलुनबुइर (चीन), 17 सितम्बर। चैम्पियन भारत ने यहां हीरो एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी (ACT) हॉकी के आठवें संस्करण में अपनी असंदिग्ध श्रेष्ठता कायम रखी और मंगलवार को खेले गए संघर्षपूर्ण फाइनल में मेजबान चीन को 1-0 से हराकर पांचवीं बार सर्वजेता का गौरव अर्जित किया। इसके पूर्व कांस्य पदक के लिए खेले गए मैच में पाकिस्तान ने कोरिया को 5-2 से परास्त किया।

जुगराज सिंह ने अंतिम क्वार्टर में किया भारत का इकलौता गोल

एक दिन पहले ही तीन बार के पूर्व विजेता पाकिस्तान पर शूटआउट के जरिए स्तब्धकारी जीत से पहली बार फाइनल का सफर तय करने वाली चीन टीम ने हुलुनबुइर स्थित मोकी ट्रेनिंग बेस ग्राउंड पर स्वर्ण पदक के लिए खेले गए मुकाबले में FIH विश्व रैंकिंग में पांचवें क्रम के भारतीय दल को कड़ी टक्कर दी और तीसरे क्वार्टर तक गत चैम्पियनों को गोलरहित रोक रखा था। फिलहाल जुगराज सिंह ने 51वें मिनट में भारत के लिए निर्णायक गोल कर दिया।

दिलचस्प तो यह है कि चीन दूसरी बार ही किसी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट का फाइनल खेल रहा था। इससे पहले उसने एशियाई खेल 2006 फाइनल खेला था, जिसमें उसने कोरिया ने 3-1 से हराया था। विश्व रैंकिंग में 23वें क्रम की चीनी टीम ने अपने दर्शकों के सामने 50 मिनट तक उन भारतीयों की कड़ी परीक्षा ली, जो राउंड रॉबिन लीग के सभी पांच मैचों में अजेय रहने के बाद सेमीफाइनल में कोरिया पर चार गोल ठोकने के बाद फाइनल तक पहुंचे थे।

खैर, पेरिस ओलम्पिक खेलों के कांस्य पदक विजेता भारत ने विपक्षी दुर्ग पर हमले जारी रखे और खेल समाप्ति से नौ मिनट पहले उसे वांछित सफलता भी मिल गई, जब कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने विपक्षी सर्किल में  जुगराज की ओर पास बढ़ाया और उन्होंने विपक्षी गोली को परास्त करने में कोई गलती नहीं की।

कप्तान हरमनप्रीत प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट

भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह को टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया, जिन्होंने आज के गोल में जुगराज की मदद के अलावा सात मैचों में कुल सात गोल किए। इनमें फाइनल के पहले पिछले तीन मैचों में क्रमशः कोरिया, पाकिस्तान व कोरिया (सेमीफाइनल) खिलाफ मैचों में उनकी स्टिक से आए दो-दो गोल शामिल थे। वहीं मलेशिया के खिलाफ लीग मैच में 8-1 की बड़ी जीत के दौरान उन्होंने एक गोल किया था।

हॉकी इंडिया ने की नकद पुरस्कार राशि की घोषणा

उल्लेखनीय है कि 2011, 2016, 2018 व पिछले वर्ष भी खिताब जीत चुकी भारतीय टीम ने पहले राउंड रॉबिन लीग मैच में चीन को 3-0 से हराया था, लेकिन फाइनल मुकाबला काफी कठिन रहा। हॉकी इंडिया ने इस जीत पर हर खिलाड़ी को तीन लाख रुपये और सहयोगी स्टाफ को डेढ़ लाख रुपये नकद पुरस्कार देने का एलान किया है।

भारत एक भी शॉर्ट कॉर्नर नहीं भुना सका

मुकाबले की बात करें तो पहले दो क्वार्टर में भारत ने गोल करने के कई मौके बनाए, लेकिन चीन भी जवाबी हमले में पीछे नहीं था। राजकुमार पाल ने पहला हमला बोला, जिसे चीन के गोलकीपर वांग वेइहाओ ने बचा लिया। राजकुमार ने दसवें मिनट में भारत को पहला पेनाल्टी कॉर्नर दिलाया, लेकिन हरमनप्रीत सिंह गोल नहीं कर सके। दो मिनट बाद नीलाकांता शर्मा का शॉट वांग ने बचाया और अगले मिनट सुखजीत सिंह को गोल नहीं करने दिया। पहले क्वार्टर से कुछ सेकेंड पहले भी भारत ने पेनाल्टी कॉर्नर गंवाया, लेकिन कृष्ण बहादुर पाठक गोल के सामने मुस्तैद थे।

दूसरे क्वार्टर में भी कहानी यही रही, जब गेंद पर नियंत्रण में भारत ने बाजी मारी, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। भारत को 27वें मिनट में सुखजीत ने पेनाल्टी कॉर्नर दिलाया, लेकिन हरमनप्रीत का शॉट गोलपोस्ट से टकरा गया।

दूसरे हाफ में चीनी फारवर्ड पंक्ति ने लगातार हमले बोले और 38वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर बनाया, लेकिन भारतीय डिफेंस चौकस था। चीन को 40वें मिनट में लगातार दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले, जिन पर भारतीय गोलकीपर पाठक ने गोल नहीं होने दिया।

फिलहाल भारत के गोल के सूत्रधार हरमनप्रीत रहे, जो जबर्दस्त स्टिक वर्क दिखाते हुए चीनी सर्किल में घुसे और जुगराज को गेंद सौंपी, जिन्होंने गोल करने में कोई चूक नहीं की। हूटर से चार मिनट पहले चीन ने अपने गोलकीपर को हटाकर अतिरिक्त खिलाड़ी को उतारा, लेकिन बराबरी का गोल नहीं कर सका।

पाकिस्तान को कांस्य पदक, पिछड़ने के बाद कोरिया पर ठोके 5 गोल

इसके पूर्व पाकिस्तान ने चीन के खिलाफ मिली स्तब्धकारी पराजय की निराशा कुछ हद तक दूर की, जब उसने कोरिया के खिलाफ हाफ टाइम तक एक गोल से पिछड़ने के बाद एक के बाद एक पांच गोल ठोक दिए। पाकिस्तान की जीत में सुफियान खान (38 वां व 49वां मिनट), हन्नान शाहिद (39वां व 54वां मिनट) और रूमन (45वां मिनट) ने गोल किए जबकि कोरिया की ओर से जुंगजुन ली (16 मिनट) व जिहुन यांग (40वां मिनट) ने गोल किए।

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