धन शोधन मामला : सीएम केजरीवाल 21 दिसम्बर को भी ईडी के सामने पेश नहीं होंगे, विपश्यना के लिए बाहर गए
नई दिल्ली, 20 दिसम्बर। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में 21 दिसम्बर को भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश नहीं होगे। इसकी वजह यह है कि वह बुधवार को 10 दिवसीय विपश्यना ध्यान सत्र के लिए रवाना हो गए। उल्लेखनीय है कि ईडी ने पूछताछ के लिए उन्हें बीते सोमवार को नया समन जारी किया था।
होशियारपुर जिले के आनंदगढ़ गांव में 30 दिसम्बर तक विपश्यना शिविर में रहेंगे
दरअसल, सीएम केजरीवाल को विपश्यना ध्यान सत्र के लिए मंगलवार को ही रवाना होना था, लेकिन विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की बैठक में शामिल होने के कारण वह ऐसा नहीं कर सके। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल अब 30 दिसम्बर तक पंजाब के होशियारपुर जिले के आनंदगढ़ गांव में विपश्यना शिविर में रहेंगे और अपने राजनीतिक जीवन से पूरी तरह से कटे रहेंगे।
सीएम केजरीवाल पूर्व निर्धारित ध्यान सत्र के लिए बुधवार दोपहर करीब एक बजकर 30 मिनट पर रवाना हुए। इस बीच आम आदमी पार्टी की तरफ से कहा गया है कि केजरीवाल का विपश्यना सत्र पूर्व निर्धारित था और यह जानकारी सार्वजनिक थी। ईडी के समन के बारे में कहा गया है कि पार्टी के अधिवक्ता नोटिस का अध्ययन कर रहे हैं और कानूनी रूप से उचित कदम उठाए जाएंगे।
‘आप’ के राज्यसभा सांसद सांसद राघव चड्ढा ने इससे पहले कहा था कि हर कोई जानता है कि मुख्यमंत्री 19 दिसम्बर को विपश्यना सत्र के लिए जा रहे हैं। वह नियमित रूप से इस ध्यान सत्र के लिए जाते हैं। यह एक पूर्व निर्धारित और पूर्व घोषित कार्यक्रम है।
गत 2 नवम्बर की नोटिस को केजरीवाल ने अवैध व राजनीति प्रेरित बताया था
गौरतलब है कि ईडी ने इससे पहले केजरीवाल को दो नवम्बर को समन भेजा था, लेकिन नोटिस को अवैध और राजनीति से प्रेरित बताते हुए वह पूछताछ में शामिल नहीं हुए थे। इसी मामले में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं। दिल्ली के सीएम ने समन को अवैध और राजनीति से प्रेरित बताया है।