संसद का विशेष सत्र कल से : सर्वदलीय बैठक के दौरान महिला आरक्षण विधेयक को संसद में पेश करने की उठी मांग
नई दिल्ली, 17 सितम्बर। संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र की पूर्व संध्या रविवार को सरकार की ओर से आहूत सर्वदलीय बैठक के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष समेत कई दलों ने महिला आरक्षण विधेयक को संसद में पेश करने पर जोर दिया।
सर्वदलीय बैठक में कई नेताओं ने कहा कि लंबे समय से लंबित इस विधेयक को पेश किया जाना चाहिए और उम्मीद है कि इसे आम सहमति से पारित किया जा सकता है। विधेयक में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीट आरक्षित करने का प्रावधान है।
सिर्फ सरकार ही जानती है कि उसकी मंशा क्या है : अधीर रंजन चौधरी
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘सभी विपक्षी दलों ने इस संसद सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पारित करने की मांग की।’ अधीर रंजन ने संवाददाताओं से यह भी कहा कि सरकार ने नेताओं को सूचित किया है कि यह संसद का नियमित सत्र है। उन्होंने कहा, ‘केवल सरकार ही जानती है कि उसकी मंशा क्या है? वह किसी नए एजेंडे से सभी को आश्चर्यचकित कर सकती है।’ उन्होंने कहा कि बैठक में उनकी पार्टी ने महंगाई, बेरोजगारी, चीन के साथ सीमा पर स्थिति जैसे मुद्दे उठाए।
प्रफुल्ल पटेल बोले – महिला आरक्षण बिल पेश तो आम सहमति से पारित हो जाएगा
भाजपा के सहयोगी और राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा, ‘हम सरकार से इस संसद सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पारित करने की अपील करते हैं। हमें उम्मीद है कि महिला आरक्षण विधेयक संसद में पेश होने पर आम सहमति से पारित हो जाएगा।’ पटेल ने यह भी कहा कि मंगलवार को गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर संसद नए भवन में स्थानांतरित हो जाएगी।
बीजू जनता दल (बीजद) और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सहित कई क्षेत्रीय दलों ने कहा कि वे पांच दिवसीय सत्र में महिला आरक्षण विधेयक को पेश करने और पारित कराने पर जोर देंगे। बीजद नेता पिनाकी मिश्रा ने कहा कि नए संसद भवन से एक नए युग की शुरुआत होनी चाहिए और महिला आरक्षण विधेयक पारित होना चाहिए।
सत्ता पक्ष व विपक्ष के ये नेता रहे मौजूद
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा में सदन के उपनेता एवं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, राज्यसभा में सदन के नेता और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बैठक में सरकार का प्रतिनिधित्व किया। वहीं विपक्ष की ओर से कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) नेता एच.डी. देवेगौड़ा, द्रमुक सांसद कनिमोझी, तेदेपा के राम मोहन नायडू, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ’ब्रायन, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, बीजद के सस्मित पात्रा, बीआरएस नेता के. केशव राव, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के वी. विजयसाई रेड्डी, राजद के मनोज झा, जदयू के अनिल हेगड़े और समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव उपस्थित रहे।