नेपाल की हरकत : ‘अखंड भारत’ के विरोध में ‘ग्रेटर नेपाल’ का नक्शा, हिमाचल-बंगाल के कुछ हिस्सों को नेपाल का बताया
नई दिल्ली, 9 जून। बीते दिनों भारत के दौरे पर आए नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने अखंड भारत के नक्शे पर भारत का साथ दिया था। लेकिन अब नेपाल की राजधानी काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह ने ग्रेटर नेपाल का एक मैप जारी किया है। इस मैप में हिमाचल के पश्चिमी कांगड़ा से लेकर पश्चिम बंगाल में पूर्वी तीस्ता के क्षेत्र को ग्रेटर नेपाल का हिस्सा भी बताया गया है।
काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह ने जारी किया ग्रेटर नेपाल का मैप
दरअसल, मेयर शाह ने भारत की नई संसद में लगे अखंड भारत के नक्शे के विरोध में ऐसा काम किया है। हालांकि इस नेपाल सरकार ने अब तक इस पर कोई बयान नहीं दिया है। फिलहाल नेपाल की संसद में सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस के महासचिव गगन थापा ने कहा- “ग्रेटर नेपाल के नक्शे को ऑफिशियली पब्लिश करना चाहिए। अगर भारत ने कल्चरल मैप पब्लिश किया है तो हमारे पास भी हक है कि हम ग्रेटर नेपाल का कल्चरल मैप पब्लिश करें। भारत को इस पर कोई भी आपत्ति नहीं होनी चाहिए।”
हालांकि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने ‘अखंड भारत’ के नक्शे पर भारत का साथ दिया था। वहीं थापा के बयान पर उन्होंने संसद में कहा था, ‘मैंने अपनी भारत यात्रा के दौरान अखंड भारत के नक्शे का मुद्दा उठाया था। तब भारत ने मुझे बताया कि ये सिर्फ एक सांस्कृतिक मैप है, जो इतिहास दिखा रहा है। इसे राजनीतिक तौर पर न देखा जाए।’
नेपाल में उठती रही है ग्रेटर नेपाल के हिस्सों को वापस लेने की मांग
ज्ञातव्य है कि आज भी कई लोग ग्रेटर नेपाल के हिस्सों को वापस लेने की मांग करते रहते हैं। इसी क्रम में नेपाल के राष्ट्रवादी कार्यकर्ता फणींद्र नेपाल लंबे समय से अखंड नेपाल के लिए प्रचार कर रहे हैं। वहीं नेपाल के कुछ दलों के नेताओं का कहना है कि नेपाल का जो हिस्सा सालों पहले भारत में मिला लिया गया था, उसे अब ससम्मान भारत द्वारा लौटा दिया जाना चाहिए।