बिहार : भागलपुर में गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल गिरा, 1700 करोड़ की लागत से हो रहा था तैयार
भागलपुर, 4 जून। बिहार के भागलपुर में गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल रविवार को भरभराकर गिर गया। इस हादसे का खौफनाक वीडियो सामने आया है। शुरुआती जानकारी के अनुसार हादसे में किसी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन पुल गिरने से मौके पर अफरातफरी मच गई।
सीएम नीतीश ने 4 वर्ष पहले किया था शिलान्यास, अब दिए जांच के आदेश
खगड़िया-अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर बन रहे पुल के टूटने का वीडियो सामने आया है। देखते ही देखते पूरा पुल गंगा नदी में समा गया। बताया जा रहा है कि यह पुल 1717 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा था। इस निर्माणाधीन पुल के कुछ हिस्से को अप्रैल में आंधी के कारण भी नुकसान पहुंचा था।
हैरानी की बात यह है कि दो वर्ष पहले भी इस पुल का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया था। चार वर्ष पूर्व सीएम नीतीश कुमार ने इस पुल का शिलान्यास किया था। हालांकि मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और जिम्मेदार लोगों की पहचान करने के लिए कहा है।
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर गिरा है। हालांकि अभी तक पुल गिरने की वजह साफ नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि पुल के तीन पाए के ऊपर बना स्ट्रक्चर भरभराकर गिर गया। भागलपुर के सुल्तानगंज में बन रहा यह सेतु खगड़िया और भागलपुर को आपस में जोड़ेगा।
DDC भागलपुर, कुमार अनुराग ने कहा कि निर्माणाधीन पुल गिरने की घटना सुबह करीब छह बजे हुई। अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। स्थानीय प्रशासन मौके पर है। हमने ‘पुल निर्माण निगम’ से रिपोर्ट मांगी है।
JDU विधायक बोले – दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
इस बीच सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) के विधायक ललित मंडल ने कहा, ‘यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। हम लोग उम्मीद लगा रहे थे कि इस साल नवम्बर-दिसम्बर में इस पुल का उद्घाटन हो जाएगा, लेकिन इस तरह के हादसे हो रहे हैं। यह जांच का विषय है। दोषियों के खिलाफ कड़ी काररवाई की जाएगी।’ उन्होंने कहा कि जब तक इसकी इन्क्वारी नहीं हो जाती, तब तक कुछ भी कहना मुश्किल है।
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार ने साधा सरकार पर निशाना
वहीं निर्माणाधीन पुल गिरने पर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार सरकार के भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस का एक और नया रूप सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि 2014 में 600-700 करोड़ की लागत वाला पुल करीब 1600 करोड़ की लागत तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि कमीशनखोरी के चक्कर में उच्चाधिकारियों के जरिए पैसे की वसूली की जा रही है। इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए। बिहार की जनता इसे कभी माफ नहीं करेगी।