महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे का दावा – यह सब चलता रहा तो 2024 का चुनाव हो सकता है देश का आखिरी चुनाव
मुंबई, 20 फरवरी। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को यहां कहा कि महाराष्ट्र में जो कुछ चल रहा है, यदि उसे नहीं रोका गया तो 2024 का लोकसभा चुनाव देश का आखिरी चुनाव भी हो सकता है।
‘हिन्दुत्व का बुर्का पहनकर कोई घूम रहा तो हम राष्ट्रीय हिन्दुत्व बनाकर जवाब देंगे‘
उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हिन्दुत्व का बुर्का पहनकर अगर कोई घूम रहा है तो उसके खिलाफ राष्ट्रीय हिन्दुत्व बनाकर हम जवाब देंगे। हमारे विधायक एक तिहाई एक साथ नहीं गए हैं। एक साथ जाते तो फिर कानूनन होता, लेकिन वे एक साथ कहां गए हैं। पहले एक गुट, फिर दूसरा, फिर एक एक कर के गए हैं।’
‘हमारा सब कुछ छिन गया, लेकिन ठाकरे नाम कोई नहीं छीन सकता’
ठाकरे ने कहा, ‘मेरा सब कुछ छिन गया है। हमारी पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न छिन गया है, लेकिन ठाकरे नाम कोई नहीं छीन सकता। चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ हमने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। मंगलवार से सुनवाई शुरू होगी।’
‘भाजपा के तलवे चाटने के लिए शिवसेना नहीं है‘
पूर्व सीएम ने हुंकार भरते हुए कहा, ‘भाजपा के तलवे चाटने के लिए शिवसेना नहीं है। महाराष्ट्र में जो कुछ चल रहा है, यदि उसे नहीं रोका गया तो 2024 का लोकसभा चुनाव देश का आखिरी चुनाव भी हो सकता है। इसके बाद यहां पुरजोर तानाशाही चलेगी। मैंने चुनाव आयोग से गुहार लगाई थी कि सस्पेंड विधायकों का मामला सुप्रीम कोर्ट में है। जब तक फैसला नहीं आ जाता, तब तक अपना फैसला मत सुनाइए।”
चुनाव आयोग को भंग कर दिया जाना चाहिए
ठाकरे का यह भी कहना था, ‘केंद्रीय चुनाव आयोग का सिर्फ राजनीतिक पार्टियों के सिंबल पर नियंत्रण है, इस पैनल को ही अब भंग किया जाए। हमारा मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। मुझे शरद पवार, नीतीश कुमार और ममता बनर्जी के भी फोन आए हैं।’
शिंदे गुट के विधायकों ने विधानसभा स्थित शिवसेना कार्यालय पर कब्जा किया
इस बीच ‘शिवसेना’ नाम और ‘तीर-कमान’ का निशान मिलने के बाद शिंदे गुट ने महाराष्ट्र असेंबली में बने शिवसेना ऑफिस पर भी दावा ठोक दिया है। शिंदे गुट के विधायकों ने आज सुबह विधानसभा स्पीकर से मुलाकात कर विधानसभा के शिवसेना कार्यालय को अपने कब्जे में ले लिया है। शिंदे गुट के मुख्य सचेतक भरत गोगावले ने कहा था, ‘हम सिर्फ ECI के आदेश का पालन कर रहे हैं। ECI ने हमें शिवसेना के रूप में मान्यता दी है, इसलिए यह कार्यालय अब हमारा है।’
हालांकि वहीं मुंबई के शिवसेना भवन में उद्धव गुट की मीटिंग से पहले शिंदे गुट के नेता सदा सर्वंकर ने साफ़ कहा था, ‘हम किसी प्रॉपर्टी पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। न सिर्फ सेना भवन, बल्कि हमारे लिए पार्टी की हर शाखा एक मंदिर के सामान ही है।’