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कांग्रेस की परेशानियों का अंत नहीं : जयवीर शेरगिल ने प्रवक्ता पद के साथ पार्टी भी छोड़ी

कांग्रेस की परेशानियों का अंत नहीं : जयवीर शेरगिल ने प्रवक्ता पद के साथ पार्टी भी छोड़ी

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नई दिल्ली, 24 अगस्त। संक्रमण काल से गुजर रही कांग्रेस पार्टी की परेशानियों का अंत होने का नाम नहीं ले रहा है। इस क्रम में अब कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद से इस्तीफा देने के साथ ही पार्टी भी छोड़ दी है। कथित तौर पर शेरगिल को पिछले कुछ महीनों से प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की अनुमति नहीं दी गई थी। उन्होंने अपने इस्तीफे के साथ ही आरोप लगाया कि चाटुकारिता देश की सबसे पुरानी पार्टी को दीमक की तरह चाट रही है।

गुलाम नबी आजाद व आनंद शर्मा भी दे चुके हैं पार्टी को झटका

उल्लेखनीय है कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने राज्य में पार्टी प्रचार समिति का प्रमुख नियुक्त किए जाने के कुछ घंटे बाद ही यह प्रस्ताव ठुकरा दिया था। उसके बाद हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस के कई नेता गुजरात में भी इस्तीफा दे चुके हैं।

कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे अपने त्यागपत्र में जयवीर शेरगिल ने कहा कि कांग्रेस में लिए जाने वाले फैसले जनहित और देशहित के लिए नहीं होते, बल्कि कुछ लोगों के निहित स्वार्थों की पूर्ति के लिए होते हैं। त्यागपत्र में उन्होंने प्रवक्ता पद छोड़ने का उल्लेख किया है। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रवक्ता पद और प्राथमिक सदस्यता दोनों छोड़ दी है।’

‘मैंने कांग्रेस से अपने रिश्ते पूरी तरह से खत्म कर दिए हैं

शेरगिल का कहना था कि उन्होंने कांग्रेस से अपने रिश्ते पूरी तरह से खत्म कर दिए हैं। पार्टी छोड़ने के कारणों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पार्टी में ऐसे लोगों द्वारा फैसले किए जा रहे हैं, जो चाटुकारिता में व्यस्त हैं और जमीनी हकीकत को नजरअंदाज करते हैं। उन्होंने कहा, ‘आज मैंने इस्तीफा दो कारणों से दिया है। आज कांग्रेस पार्टी के निर्णय जनहित में नहीं वरन कुछ लोगों के हित में लिए जा रहे हैं। वास्तविकता से मुंह मोड़ा जा रहा है और जनता के मुद्दों से मुंह मोड़ा जा रहा है।’

चाटुकारिता देश की सबसे पुरानी पार्टी को दीमक की तरह चाट रही

उन्होंने कहा, ‘जो लोगों की सेवा करने में सक्षम हैं, उनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है। चाटुकारिता देश की सबसे पुरानी पार्टी को दीमक की तरह चाट रही है।’ भविष्य के कदम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस बारे में भविष्य में ही पता चलेगा।

सुप्रीम कोर्ट में वकालत करने वाले वकील शेरगिल उस समय चर्चा में आए थे, जब उन्होंने विभिन्न मामलों का सामना कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं को कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए 24×7 कानूनी टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर लॉन्च किया था। वह टीवी पर भी अक्सर देखे जाते रहे हैं।

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