टोक्यो ओलंपिक : अतनु की हार से तीरंदाजी में भारतीय चुनौती समाप्त, मुक्केबाज अमित पंघल भी हारे
टोक्यो, 31 जुलाई। टोक्यो ओलंपिक खेलों के तीरंदाजी मुकाबलों में भारतीय अभियान का शनिवार को निराशाजनक समापन हो गया, जब पदक की अंतिम उम्मीद अनुभवी तीरंदाज अतनु दास भी हार गए। उधर मुक्केबाजी रिंग में फ्लाईवेट अमित पंघल को भी मायूसी हाथ लगी, जब वह पहले ही दौर में हारकर बाहर हो गए।
युमेनोशिमा फाइनल फील्ड में पुरुष व्यक्तिगत वर्ग के 1/8 क्वालिफिकेशन राउंड में अतनु जापान के ताकाहारू फुरुकावा के हाथों 4-6 (25-27, 28-28, 28-27, 28-28, 26-27) से हार गए और क्वार्टर फाइनल में प्रवेश नहीं कर सके। अतनु पांचवें सेट में एक बार भी 10 स्कोर नहीं कर सके और आठ का स्कोर उन पर भारी पड़ा।
दुनिया की नंबर एक तीरंदाज दीपिका कुमारी के क्वार्टर फाइनल में हारने के बाद भारत की उम्मीदें अतनु पर ही टिकी थीं। फिलहाल पिछले मैच में लंदन ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता ओ जिन हयेक को हराने के बाद दास लंदन ओलंपिक रजत पदक विजेता और यहां टीम वर्ग का कांस्य जीत चुके जापानी तीरंदाज को नहीं हरा सके।
एक समय 1-3 से पिछड़ने के बाद अतनु ने वापसी करके स्कोर 3-3 कर दिया। चौथे सेट में मुकाबला बराबरी (4-4) का रहा, लेकिन जापानी तीरंदाज ने पांचवें सेट में 27-26 से जीत दर्ज निर्णायक दो अंक बटोर लिए। दास ने आखिरी दोनों तीर पर आठ स्कोर किया।
शायद, मैंने बहुत अधिक तनाव ले लिया था : अतनु
अतनु दास ने हार के बाद कहा, ‘ओलंपिक में हर मैच अलग होता है। हालात, मानसिक स्थिति और सब कुछ अलग होता है. मैं पिछले मैच से तुलना नहीं करना चाहता. मैंने कोशिश की, लेकिन मैं नाकाम रहा। शायद, मैंने बहुत अधिक तनाव ले लिया था। खेल में इसका सामना करना पड़ता है। अगली बार और मेहनत करूंगा।’
गौरतलब है कि अतनु की पत्नी दीपिका कुमारी क्वार्टर फाइनल में हार गईं, जबकि दीपिका और प्रवीण जाधव मिश्रित युगल में और अतनु, प्रवीण, तरुणदीप राय पुरुष टीम स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में कोरियाई टीमों से ही हारकर बाहर हुए थे।
कोलंबियाई मुक्केबाज को चुनौती नहीं दे सके अमित
कोकुजिकन एरेना में भी भारत को मायूसी हाथ लगी, जब फ्लाईवेट (48-52 किलोग्राम) वर्ग में मुक्केबाज अमित पंघल पूर्व क्वार्टर फाइनल में रियो ओलंपिक के रजत पदक विजेता कोलंबिया के युबेरजेन मार्टिनेज से अंकों के आधार पर 1-4 से हारकर बाहर हो गए।
शीर्ष वरीयता प्राप्त पंघल का यह पहला ओलंपिक था और उन्हें पहले दौर में बाई प्रदान की गई थी। पांच जजों ने सिर्फ पहले ने अमित के पक्ष में 29-28 से फैसला सुनाया। अन्य चार ने मार्टिनेज के पक्ष में 29-27, 30-27, 29-28, 29-28 अंक दिए।
भारत ने पुरुष वर्ग में पांच मुक्केबाज उतारे थे, उनमें सिर्फ सुपर हैवीवेट सतीश कुमार ही पहले दौर से आगे बढ़ सके हैं। अन्य चार को हार झेलनी पड़ी। दूसरी तरफ चार सदस्यीय महिला टीम में लवलीना बोरगोहेन और पूजा रानी से पदक की उम्मीदें बनी हुई हैं।