उत्तर प्रदेश : धर्मांतरण के रैकेट का पर्दाफाश, 1000 से ज्यादा लोगों के धर्म बदलवाने का आरोप, दो गिरफ्तार
लखनऊ, 21 जून। उत्तर प्रदेश के नोएडा और गाजियाबाद सहित कुछ अन्य जिलों में पिछले लगभग दो वर्षों से बड़े पैमाने पर धर्मांतरण करा रहे एक रैकेट का पर्दाफाश किया गया है। यूपी एटीएस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों का धर्मांतरण कराने का आरोप है।
पुलिस ने इस मामले में विदेश से फंडिंग होने का शक भी जताया है। आरोप है कि इस रैकेट में शामिल लोग मूक-बधिर बच्चों और महिलाओं को निशाना बनाकर उनका धर्म परिवर्तन कराते हैं। हालांकि अब तक सिर्फ दो गिरफ्तारियां हुई हैं, लेकिन इसमें 100 से ज्यादा लोगों के शामिल होने की आशंका है।
पिछले दो वर्षों से चल रहा था रैकेट
उत्तर प्रदेश के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने सोमवार को बताया कि पिछले एक वर्ष में 350 लोगों का धर्मांतरण कराया गया है। नोएडा के एक मूक बधिर स्कूल के भी 18 बच्चों का धर्मांतरण कराया गया। कुल मिलाकर अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा चुका है। यह पूरा रैकेट पिछले दो साल से चल रहा था।
प्रशांत कुमार ने बताया कि मामले में विदेशी फंडिंग के सबूत भी मिले हैं। उन्होंने बताया कि लोगों को डरा-धमकाकर और लालच देकर धर्मांतरण कराया जाता है। पकड़े गए दोनों आरोपित मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी दिल्ली के जामिया नगर इलाके के रहने वाले हैं। इनके ऊपर सिर्फ यूपी ही नहीं, बल्कि पूरे देश में धर्मांतरण कराने का आरोप है।
इस मामले में एटीएस ने लखनऊ के गोमती नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें जामिया नगर स्थित आईडीसी इस्लामिक दावा सेंटर के चेयरमैन का नाम भी दर्ज है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यूपी एटीएस इन दोनों मौलानाओं से चार दिन से पूछताछ कर रही है। जांच में यह तथ्य भी सामने आया है कि मोहम्मद उमर गौतम भी हिन्दू से मुस्लिम में कन्वर्ट हुआ था।
रैकेट के निशाने पर बच्चे, महिलाएं और मूक बधिर लोग
एटीएस की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक रैकेट में शामिल लोग गैर-मुस्लिमों को डरा-धमकाकर, उन्हें नौकरी और पैसे का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराते थे। ये लोग आमतौर पर कमजोर वर्गों, बच्चों, महिलाओं और मूक बधिरों को टारगेट कर उनका इस्लाम में धर्म परिवर्तन कराते थे।
नोएडा के मूक बधिर स्कूल के डेढ़ दर्जन बच्चों का धर्मांतरण
एटीएस के अफसरों को कहना है कि ये दोनों मौलाना ज्यादातर मूक बधिर और महिलाओं का धर्म परिवर्तन करवाते थे। इतना ही नहीं, जांच में यह तथ्य भी सामने आया है कि नोएडा में चल रहे मूक बधिर स्कूल के डेढ़ दर्जन बच्चों का भी धर्म परिवर्तन करवा चुके हैं। इन दोनों का नाम रामपुर से जुड़े धर्मांतरण के मामले में भी सामने आ रहा है।