बिहार : जीवित्पुत्रिका पर्व के दौरान डूबने से 37 बच्चों सहित 46 लोगों की मौत, आश्रितों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि
पटना, 26 सितम्बर। बिहार में जीवित्पुत्रिका (जिउतिया) पर्व के दौरान बुधवार को 37 बच्चों सहित 46 लोगों की डूबने से मौत हो गई। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार मृतक आश्रितों को सरकार की तरफ से चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी। इनमें आठ मृतकों के आश्रितों को मुआवजा का भुगतान कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि गत 24 सितम्बर को नहाय खाय से जिउतिया पर्व की शुरुआत हुई। 25 को उपवास और आज 26 तारीख को पारण के साथ जिउतिया पर्व का समापन हुआ। इस बीच राज्य के विभिन्न जिलों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिउतिया पर्व के अवसर पर गंगा नदी सहित अन्य जलाशयों में स्नान के दौरान 49 लोग डूब गए, जिनमें से 46 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 37 बच्चे, सात महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं। ये घटनाएं पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, नालंदा, औरंगाबाद, कैमूर, बक्सर, सीवान, रोहतास, सारण, पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, गोपालगंज और अरवल में हुई हैं।
औरंगाबाद जिले के भिन्न जगहों पर तालाब में नहाने के दौरान आठ की मौत हो गई, जिनमें दो महिलाएं और छह बच्चे शामिल हैं। वहीं सारण जिले में भी अपनी मां व अन्य परिजनों के साथ स्नान करने गए पांच बच्चों की डूबने से मौत हो गई। ये घटनाएं अलग-अलग क्षेत्रों की हैं।
कैमूर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में स्नान के दौरान नदी व तालाब में डूबने से पांच लोगों की मौत हो गई। यह घटना जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र की है। वहीं दूसरी घटना दुर्गावती थाना क्षेत्र के कल्याणपुर गांव की है, तीसरी घटना मोहनिया थाना क्षेत्र के ग्राम दादर की है। चौथी घटना भभुआ प्रखंड के रूपपुर गांव की है।
रोहतास जिले के डिहरी पाली पुल के पास सोन नदी में स्नान करने के दौरान एक 13 साल के बच्चे की मौत हो गई। मोतिहारी जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के बृन्दावन परसौनी में मां और बेटी सहित दो अन्य बच्चों की डूबने से मौत हो गई। वहीं जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र में तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गई।
राजधानी पटना के बिहटा थाना क्षेत्र के अमनाबाद हलकोरिया चक गांव के सोन नदी के घाट पर बुधवार की शाम सोन नदी में नहाने गई मां के साथ 14 वर्षीय बच्ची की डूबकर मौत हो गई जबकि पास में नहा रही गांव के ही एक महिला व दो युवतियों ने उसे बचाने के लिए नदी की तेज धारा में छलांग लगा दीं। लेकिन तेज धारा होने के कारण बच्ची समेत चारों लोग डूब गए।
नालंदा जिले में अलग-अलग जगहों पर तीन बच्चों के डूबने से मौत हो गई जबकि भोजपुर जिले में दो बच्चों के सोन नदी में डूबने से मौत हो गई।