गुंटूर, 1 जनवरी। आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की एक रैली में भगदड़ मचने से तीन लोगों की मौत हो गई है। पांच दिनों के भीतर यह दूसरा अवसर है, जब लोगों ने नायडू के कार्यक्रमों में अपनी जान गंवाई। नायडू आंध्र प्रदेश में 2024 के विधानसभा चुनावों की तैयारी के लिए राज्यभर में कई राजनीतिक बैठकें कर रहे हैं।
पिछले हफ्ते नेल्लोर में नायडू के रोड शो के दौरान भगदड़ में 8 लोग मारे गए थे
स्मरण रहे कि बीते बुधवार, 28 दिसम्बर को आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में पूर्व मुख्यमंत्री के रोड शो के दौरान भगदड़ में आठ लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें एक महिला भी थी। कई लोग खुली नहर में गिर गए क्योंकि कंदुकुर में स्थानीय लोग श्री नायडू की एक झलक पाने के लिए इंतजार कर रहे थे, जो वहां रोड शो के लिए आ रहे थे।
नायडू ने मृतकों के परिजनों के लिए 24 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की
फिलहाल नायडू ने हादसे के तुरंत बैठक रद कर दी और अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों को 24 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘यह एक दुखद घटना है। मुझे इसका बहुत अफसोस हो रहा है। हम वित्तीय सहायता, घायलों को चिकित्सा उपचार और बच्चों की शिक्षा का समर्थन करेंगे।’
सीएम जगन मोहन रेड्डी ने भगदड़ पर जताई हैरानी
वहीं सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस ने नायडू की कड़ी आलोचना की और इसे ‘नकली प्रचार’ बताया। मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने गुंटूर में भगदड़ पर हैरानी जताई। राज्य सरकार की ओर से अधिकारियों को घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया गया है। रेड्डी ने मृतकों के परिवारों को सरकारी सहायता का आश्वासन दिया है।
सीएम जगन मोहन रेड्डी ने मौतों के लिए तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख को दोषी ठहराया है। रेड्डी ने कहा कि उनका ‘प्रचार उन्माद’ त्रासदी का कारण बना और तत्काल और सार्वजनिक माफी की मांग की।
रेड्डी की पार्टी तब से दबाव में थी, जब से नायडू ने अपनी रैलियों और राजनीतिक सभाओं की गति बढ़ा दी थी। उनके कार्यक्रमों में बड़ी भीड़ को टीडीपी के पुनरुत्थान के संकेत के रूप में देखा जाता है, जिसे 2019 में वाईएसआर कांग्रेस से करारी हार का सामना करना पड़ा था।