
कोट्टायम, 15 फरवरी। केरल में कोट्टायम स्थित सरकारी नर्सिंग कॉलेज के प्राचार्य और एक सहायक प्रोफेसर को छात्रावास में रैगिंग की घटना के सिलसिले में निलंबित कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री के कार्यालय द्वारा शुक्रवार देर रात जारी एक बयान में कहा गया कि कॉलेज की प्राचार्य सुलेखा एटी और सहायक प्रोफेसर/सहायक वार्डन प्रभारी अजेश पी मणि को रैगिंग रोकने में विफल रहने के आरोप में जांच लंबित रहने तक निलंबित कर दिया गया है।
इसमें कहा गया कि छात्रावास के हाउसकीपर-सह-सुरक्षाकर्मी को भी तत्काल हटाने का आदेश दिया गया है। बयान में कहा गया कि स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के निर्देशानुसार चिकित्सा शिक्षा निदेशक द्वारा की गई जांच के बाद यह कार्रवाई की गई है। कॉलेज में एक जूनियर छात्र की रैगिंग के विचलित करने वाले वीडियो बृहस्पतिवार को सामने आए, जिनमें छात्र को एक खाट से बांधे और वरिष्ठ छात्रों द्वारा बार-बार उसे कंपास चुभोते हुए देखा गया।
गांधीनगर पुलिस को जो फुटेज मिली हैं उनके अनुसार छात्र के आधे कपड़े उतार दिए गए और उसके साथ भयानक कृत्य किए गए, जिसमें उसे खाट से बांधने के बाद उसके गुप्तांगों पर डंबल रखने और चेहरे पर लगाने वाली क्रीम उसके मुंह के अंदर डाले जाने जैसे कृत्य शामिल हैं। रैगिंग की यह घटना लड़कों के छात्रावास में हुई, जिसमें प्रथम वर्ष के नर्सिंग छात्रों को निशाना बनाया गया। मामले में तीसरे वर्ष के पांच छात्रों सैमुअल जॉनसन (20), राहुल राज (22), जीव (18), रिजिल जीत (20) और विवेक (21) को गिरफ्तार किया गया है।
सरकारी मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत संचालित नर्सिंग कॉलेज में पिछले तीन महीने से रैगिंग की जा रही थी। इसकी शिकायत मिलने के बाद रैगिंग निषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आरोपी छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया। कांग्रेस नीत विपक्षी दल यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) ने शुक्रवार को दावा किया कि कोट्टायम सरकारी नर्सिंग कॉलेज रैगिंग मामले के आरोपियों का संबंध वामपंथी छात्र संगठन एसएफआई से है।