
यूपी : निषाद पार्टी के प्रदेश सचिव धर्मात्मा ने की आत्महत्या, Facebook पोस्ट में संजय निषाद और उनके बेटों पर लगाए गंभीर आरोप
महराजगंज, 16 फरवरी। उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के पनियरा निवासी और निषाद पार्टी के प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद ने फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक लंबी पोस्ट में प्रदेश सरकार के एक मंत्री व पार्टी प्रमुख डॉ. संजय कुमार निषाद एवं उनके बेटों पर उनके (धर्मात्मा) खिलाफ षड्यंत्र रचने, उनके साथियों को भड़काने और फर्जी मुकदमे दर्ज करवाने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने दावा किया कि उन्हें दो वर्षों से मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था।
बढ़ती लोकप्रियता के चलते लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था
धर्मात्मा निषाद ने अपनी पोस्ट में लिखा कि उन्होंने निषाद समाज के हितों के लिए लगातार संघर्ष किया और प्रदेश के 40 से अधिक जिलों में संगठन को मजबूत करने का कार्य किया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बढ़ती लोकप्रियता से मंत्री और उनके परिवार के सदस्य असहज महसूस करने लगे, जिसके चलते उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जाने लगा।
उन्होंने लिखा, ‘मैं अपनी जिंदगी की लड़ाई हार गया। यह मेरा आखिरी संदेश है। मैंने हमेशा समाज के दबे-कुचले लोगों की मदद की और उनकी आवाज को बुलंद किया। लेकिन मुझे झूठे मुकदमों में फंसाया गया, जेल भेजा गया और मेरे ही करीबी लोगों को मेरे खिलाफ भड़काया गया। इस अन्याय से तंग आकर अब मैं आत्महत्या कर रहा हूं।’
समाज के लिए अंतिम अपील
धर्मात्मा निषाद ने अपने फेसबुक पोस्ट के अंत में निषाद समाज से अपील की कि वे उनके परिवार का ध्यान रखें और उनके संघर्ष को आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा, ‘मैं समाज के लिए हमेशा लड़ा और आगे भी चाहता हूं कि मेरे साथी अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते रहें। मैं इस दुनिया से जा रहा हूं तो इसका सबसे बड़ा कारण डॉ. संजय कुमार निषाद और उनके बेटे प्रवीण कुमार निषाद व ई श्रवण कुमार निषाद और मेरे दुष्ट गद्दार दोस्त जय प्रकाश निषाद हैं। मैं फिर कह रहा हूं कि अगर मैं मारना चाहता तो इन गद्दारों को कभी भी मार सकता था, लेकिन मैं हत्यारा नहीं बनना चाहता था। अगर मैंने अपने सामाजिक और राजनीतिक जीवन में जाने-अनजाने में किसी से कोई गलती की है तो आप लोग मुझे माफ कर देना और मेरे परिवार का ख्याल रखना। मुझे माफ करना मां, अंजली, भैया और दीदी।‘
परिवार और समर्थकों में शोक की लहर
धर्मात्मा निषाद की आत्महत्या की खबर से उनके परिवार, समर्थकों और निषाद समाज में शोक की लहर दौड़ गई। उनके परिवार ने सरकार से न्याय की गुहार लगाई है। उनकी पत्नी, माता-पिता और अन्य परिजन इस घटना से गहरे सदमे में हैं। उनके समर्थकों ने दोषियों के खिलाफ सख्त काररवाई की मांग की है।
पुलिस ने कहा – दोषियों के खिलाफ की जाएगी उचिच काररवाई
वहीं पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। धर्मात्मा की फेसबुक पोस्ट और अन्य साक्ष्यों की जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी काररवाई की जाएगी।
एसपी सोमेंद्र मीना ने बताया कि पनियरा थाना क्षेत्र एक युवक द्वारा फेसबुक पोस्ट वायरल करने के बाद आत्महत्या करने की बात सामने आई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। जांच पड़ताल की जा रही है। जांच के बाद अग्रिम काररवाई की जाएगी।
संजय निषाद बोले – धर्मात्मा की टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण व पूरी तरह से असत्य
वहीं पार्टी नेता संजय निषाद ने बताया, ‘धर्मात्मा निषाद मेरे पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता थे, जिनके आत्महत्या कर लिए जाने की सूचना से मैं स्तब्ध हूं। धर्मात्मा का निधन बेहद दुखद और मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी पवित्र आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें। मैंने हमेशा धर्मात्मा का अपने स्तर से हर संभव सहयोग किया है। लेकिन इस दौरान धर्मात्मा निषाद के सोशल मीडिया अकाउंट से मेरे और मेरे परिजनों के खिलाफ एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और पूरी तरह से असत्य टिप्पणी की गई है।
‘पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो ताकि सच सामने आए’
संजय निषाद ने कहा, ‘मुझे पूरा भरोसा है कि धर्मात्मा ये कभी नहीं कर सकते। इस पोस्ट के जरिए मेरी और मेरे परिवार के साथ मेरी पार्टी की छवि धूमिल करने की कोशिश की गई है। इसलिए मैं इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच चाहता हूं ताकि सच सामने आए कि आखिर धर्मात्मा ने किन प्रस्थितियों में ये कदम उठाया और किस व्यक्ति द्वारा ये पोस्ट कर हम सबकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया।