
केजरीवाल का भाजपा पर आरोप – ‘यदि उन्हें 55 सीटें मिल रहीं तो हमारे उम्मीदवारों को फोन क्यों आ रहे?’
नई दिल्ली, 6 फरवरी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मतदान के बाद सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपनी-अपनी जीते के दावे कर रही हैं जबकि कई सर्वे एजेंसियों के एग्जिट पोल में भाजपा को बढ़त मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस बीच ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक व पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उनके उम्मीदवारों को लगातार फोन आ रहे हैं। उन्हें ‘आप’ छोड़कर भाजपा में शामिल होने के लिए कहा जा रहा है और हर एक को 15 करोड़ रुपये देने की पेशकश की जा रही है।
अरविंद केजरीवाल ने एग्जिट पोल पर प्रतिक्रिया देते हुए एक्स पर लिखा, ‘कुछ एजेंसियां दिखा रही हैं कि गाली देने वाली पार्टी को 55 से ज्यादा सीटें मिल रही हैं। पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों को फोन आए हैं कि ‘आप’ छोड़कर उनकी पार्टी में शामिल हो जाओ, हम तुम्हें मंत्री बनाएंगे और हर एक को 15 करोड़ रुपये देंगे।’
कुछ एजेंसीज दिखा रही हैं कि गाली गलौज पार्टी की 55 से ज़्यादा सीट आ रही हैं।
पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों के पास फ़ोन आ गए हैं कि “आप” छोड़ के उनकी पार्टी में आ जाओ, मंत्री बना देंगे और हरेक को 15-15 करोड़ देंगे।
अगर इनकी पार्टी की 55 से ज़्यादा सीटें आ रहीं हैं तो…
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 6, 2025
‘हमारे उम्मीदवारों को तोड़ने के लिए फर्जी सर्वे कराए गए‘
केजरीवाल ने आगे लिखा, ‘अगर उनकी पार्टी को 55 से ज्यादा सीटें मिल रही हैं तो हमारे उम्मीदवारों को फोन करने की क्या जरूरत है? जाहिर है ये फर्जी सर्वे इसलिए किए गए हैं ताकि ये माहौल बनाकर कुछ उम्मीदवारों को तोड़ा जा सके। लेकिन तुम लोग जो गाली देते हो, हमारा एक भी आदमी नहीं टूटेगा।’
संजय सिंह ने भी दिन में किया था यही दावा
इसके पूर्व दिन में ‘आप’ के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी दावा किया था कि उनके सात विधायकों (आप) को भाजपा से फोन आए हैं, जिन्होंने उन्हें आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने के लिए 15 करोड़ रुपये की पेशकश की है। संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, ‘हमने विधायकों से कहा है कि वे इस तरह की ऑडियो कॉल रिकॉर्ड करें और इसकी शिकायत करें। अगर कोई उनसे मिलता है तो उसका वीडियो हिडन कैमरे से बनाएं।’
संजय सिंह ने यह भी कहा था कि मतगणना से पहले ही भाजपा ने अपनी हार स्वीकार कर ली है और देश के बाकी हिस्सों की तरह भाजपा ने दिल्ली में भी पार्टियों को तोड़ने की राजनीति शुरू कर दी है। इन एग्जिट पोल पर भरोसा न करें। आम आदमी पार्टी दिल्ली में भारी बहुमत से सरकार बना रही है।