1. Home
  2. हिंदी
  3. राष्ट्रीय
  4. केंद्र सरकार ने दी जानकारी – बीते वित्तीय वर्ष में भारत को मिला 83.57 अरब डॉलर का विदेशी निवेश
केंद्र सरकार ने दी जानकारी – बीते वित्तीय वर्ष में भारत को मिला 83.57 अरब डॉलर का विदेशी निवेश

केंद्र सरकार ने दी जानकारी – बीते वित्तीय वर्ष में भारत को मिला 83.57 अरब डॉलर का विदेशी निवेश

0
Social Share

नई दिल्ली, 20 मई। भारत को पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में 83.57 अरब डॉलर का रिकॉर्ड वार्षिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्राप्त हुआ। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के शुक्रवार को सामने आए आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।

विनिर्माण क्षेत्र में एफडीआई प्रवाह 76 फीसदी बढ़ा

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 की तुलना में पिछले वित्त वर्ष (2021-22) में विनिर्माण क्षेत्र में एफडीआई प्रवाह 76 प्रतिशत बढ़कर 21.34 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है। वित्त वर्ष 2020-21 में इस क्षेत्र में 12.09 बिलियन अमेरिकी डॉलर का विदेशी निवेश प्राप्त हुआ था।

महामारी के बाद की अवधि में विदेशी निवेश में 23 फीसदी की बढ़ोतरी

रिपोर्ट के अनुसार 171.84 अरब डॉलर पर मार्च, 2020 से मार्च, 2022 तक महामारी के बाद की अवधि में एफडीआई प्रवाह 23 प्रतिशत बढ़ गया, जबकि फरवरी 2018 से फरवरी 2020 तक महामारी से पहले की अवधि में 141.10 अरब डॉलर दर्ज किया गया। एफडीआई इक्विटी प्रवाह के शीर्ष निवेशक देशों के मामले में सिंगापुर 27 प्रतिशत के साथ शीर्ष पर है, इसके बाद वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अमेरिका (18 प्रतिशत) और मॉरीशस (16 प्रतिशत) है।

कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयरएफडीआई इक्विटी प्रवाह के शीर्ष प्राप्तकर्ता

वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान ‘कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर’ एफडीआई इक्विटी प्रवाह के शीर्ष प्राप्तकर्ता क्षेत्र के रूप में उभरा है, जिसके बाद क्रमशः सेवा क्षेत्र (12 प्रतिशत) और ऑटोमोबाइल उद्योग (12 प्रतिशत) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, लगभग 25 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर क्षेत्र के तहत, वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान एफडीआई इक्विटी प्रवाह के प्रमुख प्राप्तकर्ता राज्य कर्नाटक (53 प्रतिशत), दिल्ली (17 प्रतिशत) और महाराष्ट्र (17 प्रतिशत) हैं। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान रिपोर्ट किए गए कुल एफडीआई इक्विटी प्रवाह में 38 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ कर्नाटक शीर्ष प्राप्तकर्ता राज्य है, इसके बाद महाराष्ट्र (26 प्रतिशत) और दिल्ली (14 प्रतिशत) का स्थान है।

वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान ‘कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर’ (35 प्रतिशत), ऑटोमोबाइल उद्योग (20 प्रतिशत) और ‘शिक्षा’ (12 प्रतिशत) क्षेत्रों में कर्नाटक के अधिकतर इक्विटी प्रवाह की सूचना दी गई है।

LEAVE YOUR COMMENT

Your email address will not be published.

Join our WhatsApp Channel

And stay informed with the latest news and updates.

Join Now
revoi whats app qr code