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बड़वानी रामनवमी हिंसा : मार्च से जेल में बंद तीन लोगों को बनाया आरोपी, एमपी पुलिस पर बड़े सवाल

बड़वानी रामनवमी हिंसा : मार्च से जेल में बंद तीन लोगों को बनाया आरोपी, एमपी पुलिस पर बड़े सवाल

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भोपाल, 15 अप्रैल। मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में हाल ही में हुई सांप्रदायिक झड़प के मामले में पुलिस पर बड़े सवाल उठ रहे हैं। दरअसल हिंसा के मामले में पुलिस ने तीन ऐसे लोगों को भी नामजद किया है, जो हत्या के प्रयास के मामले में फिलहाल जेल की सजा काट रहे हैं। इनमें से एक व्यक्ति के घर को कथित तौर पर अवैध निर्माण का हवाला देते हुए जिला प्रशासन ने गिरा दिया था।

पिछले महीने गिरफ्तारी के बाद से जेल में बंद तीन लोगों पर रामनवमी यानी 10 अप्रैल को बड़वानी जिले के सेंधवा में एक मोटरसाइकिल में आग लगाने का आरोप है। हैरान करने वाली बात यह है कि उनके खिलाफ उसी थाने में मामला दर्ज किया गया है, जहां उनपर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है।

  • यह बोले पुलिस अफसर

वहीं इस चूक को लेकर जब पुलिस अधिकारियों से पूछा गया तो उनका कहना था कि शिकायतकर्ता के बयान के आधार पर यह मामला दर्ज किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मनोहर सिंह ने कहा, ‘हम मामले की जांच करेंगे और जेल सुपरिटेंडेंट से इसकी जानकारी लेंगे, फिलहाल शिकायतकर्ता के आरोपों के आधार पर मामला दर्ज किया गया है।’

  • आरोपी की मां बोलीं- हमारी किसी ने नहीं सुनी

तीनों की पहचान शबाज, फकरू और रऊफ के रूप में हुई है। ये तीनों के खिलाफ पिछले महीने 5 मार्च को हत्या के प्रयास के मामला दर्ज हुआ था, तब से वे जेल में हैं। शाहबाज की मां सकीना ने आरोप लगाया है कि सांप्रदायिक झड़प के बाद उनके घर में तोड़फोड़ की गई और उन्हें किसी भी तरह का कोई नोटिस नहीं दिया गया।

सकीना ने कहा, ‘पुलिस यहां आई और हमें घर से बाहर निकाल दिया। मेरा बेटा करीब डेढ़ महीने से जेल में है। उसे एक झगड़े के बाद गिरफ्तार किया गया था इसलिए मैं पूछना चाहता हूं कि उसके खिलाफ एफआईआर क्यों दर्ज की गई? हमने पुलिसकर्मियों से कहा भी कि वह जेल है लेकिन कोई हमारी सुनने को तैयार नहीं है। हमने हाथ जोड़कर माफी मांगी। वे मेरे छोटे बेटे को भी ले गए हैं।’

  • कई आरोपियों के अवैध निर्माण पर चल चुका है बुलडोजर

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर जिला प्रशासन और पुलिस ने रविवार को रामनवमी के जुलूस पर हुए हमले में शामिल लोगों के अवैध निर्माण को गिरा दिया गया है। अधिकारियों ने करीब 45 घरों और दुकानों पर बुलडोजर चलाया। रामनवमी के जुलूस पर पथराव किए जाने के बाद खरगोन और बड़वानी में हिंसा भड़क उठी थी। अधिकारियों के अनुसार, हिंसा में छह पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 24 लोग घायल हुए थे।

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