अपोलो टायर्स होगा भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी का नया प्रायोजक, BCCI के साथ 579 करोड़ रुपये का करार
नई दिल्ली, 16 सितम्बर। ऑनलाइन गेम मंच ड्रीम 11 के बाहर होने के बाद अपोलो टायर्स भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी का नया प्रायोजक होगा। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए नए कानून के तहत ड्रीम 11 सहित वास्तविक धनराशि वाले गेमिंग मंच पर प्रतिबंध लगाने के बाद बीसीसीआई के पास टीम की जर्सी के लिए कोई प्रायोजक नहीं था। यही वजह है कि भारतीय टीम यूएई में जारी एशिया कप में बिना किसी जर्सी प्रायोजक के खेल रही है।
3 वर्षीय करार में 121 द्विपक्षीय मैच व 21 आईसीसी मैच शामिल
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘अपोलो टायर्स के साथ करार हो गया है। हम जल्द ही इसकी घोषणा करेंगे।’ पुष्ट जानकारी के अनुसार तीन वर्ष के इस करार की कीमत 579 करोड़ रुपये है। यह ड्रीम 11 के साथ इसी अवधि के लिए हुए 358 करोड़ रुपये के समझौते से ज्यादा है। टायर क्षेत्र की इस बड़ी कम्पनी के साथ हुए इस सौदे में 121 द्विपक्षीय मैच और 21 आईसीसी मैच शामिल हैं।
ड्रीम 11 ने हाल ही में ‘ऑनलाइन गेमिंग अधिनियम 2025 के प्रचार और विनिमयन’ के कारण अपने वास्तविक धन वाले गेम बंद कर दिए हैं। अधिनियम में कहा गया है, ‘कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन मनी गेमिंग सेवाओं की पेशकश, सहायता, उकसाना, प्रेरित, लिप्त या संलग्न नहीं होगा और न ही किसी ऐसे विज्ञापन में शामिल होगा, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी व्यक्ति को कोई भी ऑनलाइन मनी गेम खेलने के लिए प्रोत्साहित करता हो।’
ड्रीम11 के हटने के बाद भारतीय टीम के मुख्य प्रायोजक अधिकारों के लिए बीसीसीआई ने इस माह की शुरुआत में बोलियां आमंत्रित करने के साथ ही कहा था कि एशिया कप में राष्ट्रीय टीम बिना किसी मुख्य प्रायोजक के खेलेगी।
बीसीसीआई ने उस विज्ञप्ति में ऑनलाइन मनी गेमिंग, क्रिप्टोकरेंसी, सट्टेबाजी, तंबाकू या शराब जैसी चीजों से जुड़ी कम्पनियों को बोली प्रक्रिया में शामिल करने से मना कर दिया था। वहीं अपोलो टायर्स एक बहुराष्ट्रीय कम्पनी है, जिसका मुख्यालय गुरुग्राम में है। टायर निर्माता कम्पनी की भारत और यूरोप सहित विदेशों में विनिर्माण इकाइयां हैं।
