रामनगरी अयोध्या में अब वीआईपी भी श्रीराम मंदिर परिसर में नहीं ले जा सकेंगे मोबाइल, नई व्यवस्था आज से लागू
अयोध्या, 24 मई। रामनगरी अयोध्या में अब वीआईपी भी भव्य श्रीराम मंदिर परिसर में मोबाइल फोन नहीं ले जा पाएंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के डॉ. अनिल मिश्र, कमिश्नर गौरव दयाल व आईजी प्रवीण कुमार की मौजूदगी में शुक्रवार को सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र व प्रशासन की बैठक में फैसला
नई व्यवस्था शनिवार से लागू होने जा रही है। इसके तहत श्रीराम मंदिर परिसर में शनिवार से मोबाइल फोन का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित हो जाएगा। आम श्रद्धालुओं के लिए पहले से ही यह फैसला लागू है, लेकिन वीआईपी भक्तों के लिए गेट नंबर दो व गेट नंबर 11 से प्रवेश पर मोबाइल ले जाने की छूट थी। अब यहां भी यह सुविधा नहीं मिल पाएगी।
मोबाइल फोन की वजह से दर्शन व्यवस्था में बाधा आ रही थी
कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि मोबाइल फोन की वजह से दर्शन व्यवस्था में बाधा आ रही थी। आम दर्शनार्थियों के बीच इसे लेकर रोष भी था। सुरक्षा की दृष्टि से भी मोबाइल फोन पर प्रतिबंध की मांग की जा रही थी। देश में ज्यादातर मंदिरों में यही व्यवस्था है। इन सब कारणों से काफी दिनों से यह राय बन रही थी कि वीआईपी प्रवेश द्वारों से भी मोबाइल प्रतिबंधित होना चाहिए। इन्ही सब कारणों के मद्देनजर अब श्रीराम मंदिर परिसर में भी यह फैसला लागू कर दिया गया है।
जल्द ही नवरत्न टीला पर विराजित कुबेरेश्वर महादेव का दर्शन भी सुलभ होगा
इस बीच रामलला के दर्शनार्थियों को जल्द ही श्रीराम जन्म भूमि परिसर में स्थित कुबेर नवरत्न टीला पर विराजित कुबेरेश्वर महादेव का दर्शन भी सुलभ हो जाएगा। कुबेर टीला पर निर्माणाधीन कार्य अगस्त तक पूरा होने की उम्मीद है और सितम्बर से नई व्यवस्था लागू हो जाएगी।
श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र की भवन निर्माण समिति की मंदिर परिसर में शुक्रवार को शुरू हुई दो दिवसीय बैठक में निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा के दौरान कार्यदायी संस्था एलएण्डटी के पीडी वीके मेहता ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कुबेर टीला पर निर्माणाधीन कार्य को अगस्त माह में पूरा कर तीर्थ क्षेत्र के सुपुर्द कर दिया जाएगा।
वहीं तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि कुबेर टीला का निर्माण पूरा होने के बाद यहां आम श्रद्धालुओं को दर्शनार्थ भेजने की व्यवस्था तय की जाएगी। हालांकि यहां निर्धारित संख्या में ही श्रद्धालुओं को भेजा जाएगा। इसके लिए सुगम दर्शन पास की तरह ही व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
डॉ. मिश्र ने बताया कि पहले दिन एलएण्डटी व टीसीई के अलावा डिजाइन एसोसिएट व अन्य सभी निर्माण एजेंसियों की संयुक्त बैठक की गई। इस बैठक में सभी एजेंसियों के अलग-अलग कामों की समीक्षा की गई और निर्माण कार्य पूरा करने से सम्बन्धित समस्याओं व उनके निदान पर भी मंथन किया गया।