बाबर के मलबे को कंधे पर लेकर चलने वाले भारत में ढूंढने से भी नहीं मिलेंगे…
अहमदाबाद, 20 जनवरी। श्रीराम जन्मभूमि पर राम मंदिर और राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का महोत्सव अयोध्या को राममय और सारे देश को अयोध्यामय बना चुका है। 22 जनवरी के एतिहासिक क्षणो की प्रतीक्षा पूरा हिन्दू समाज सदियों के करता आ रहा है। रामभक्तों-कारसेवकों के बलिदानों के कारण यह क्षण हमारे भाग्य का हिस्सा बनने जा रहा है। यह संदेश भारत को बुरी नजर से देखने वाले सभी आक्रांताओं को है – भारत न कभी आक्रमणों के सामने झुका है, और न ही झुकेगा, भारत न रुका है, न रुकेगा।
श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन में शामिल एक रामभक्त कारसेवक और हिन्दू साम्राज्य सेना के अध्यक्ष अशोकभाई शर्मा ने रियल वॉएस ऑफ इंडिया (REVOI) के संपादक आनंद शुक्ल के साथ बातचीत में ये उद्गार व्यक्त किए और दोनों कारसेवाओं के अपने अनुभव साझा किए।
कारसेवक रहे अशोक भाई शर्मा ने उम्मीद व्यक्त की कि भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जाएगा। उन्होंने साथ ही अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के नायक रहे अशोकजी सिंघल, लालकृष्ण अडवाणीजी और कल्याण सिंह को भारत रत्न मिलना चाहिए।