कांग्रेस ने अमित शाह पर लगाया भड़काऊ बयान देने का आरोप, निर्वाचन आयोग से गृह मंत्री के खिलाफ काररवाई की मांग
नई दिल्ली, 16 अक्टूबर। कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह पर छत्तीसगढ़ की एक चुनावी सभा में भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाया है और निर्वाचन आयोग से शाह के खिलाफ मामला दर्ज कर उचित काररवाई की मांग की है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह आरोप भी लगाया कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की हार तय नजर आने के बाद अब अमित शाह सांप्रदायिकता का सहारा लेना चाहते हैं।
जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘देश के गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में अत्यंत भड़काऊ बयान दिया है। उन्होंने हत्या के एक मामले को लेकर अपनी चुनाव सभा में सीधे कहा, ‘भूपेश बघेल सरकार ने तुष्टिकरण के लिए, वोट बैंक की राजनीति के लिए छत्तीसगढ़ के बेटे भुवनेश्वर साहू को लिंचिंग करवाकर मार दिया। भारतीय जनता पार्टी ने तय किया है कि हम भुवनेश्वर साहू के हत्यारों को उनके अंजाम तक पहुंचाएंगे और इसके प्रतीक के रूप में उनके पिता ईश्वर साहू को चुनाव मैदान में उतारा है।’
देश के गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में अत्यंत भड़काऊ बयान दिया है। उन्होंने हत्या के एक मामले को लेकर अपनी चुनाव सभा में सीधे कहा, " भूपेश बघेल सरकार ने तुष्टिकरण के लिए, वोट बैंक की राजनीति के लिए छत्तीसगढ़ के बेटे भुवनेश्वर साहू को लिंचिंग करवाकर मार दिया। भारतीय जनता…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) October 16, 2023
कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘अमित शाह का यह बयान न केवल आपत्तिजनक है बल्कि इसका एकमात्र उद्देश्य शांत प्रदेश छत्तीसगढ़ में सांप्रदायिक हिंसा भड़काना है। गृह मंत्री ने चुनावी फायदे की नीयत से उन्माद भड़काने के लिए यह बयान दिया है। उन्होंने जो कहा है वह बिल्कुल झूठ है। हकीकत यह है कि हिंसा और प्रति हिंसा के इस मामले में सरकार ने त्वरित काररवाई की थी और आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था।’
जयराम रमेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ में साफ दिख रही अपनी हार से बौखलाए अमित शाह अब सांप्रदायिकता का सहारा लेना चाहते हैं। इस मामले में अब आचार संहिता के बीच पहली जिम्मेदारी सीधे चुनाव आयोग की है। वह इस भड़काऊ बयान का संज्ञान ले और अमित शाह के विरुद्ध मामला दर्ज कर उचित काररवाई करे। ऐसा न हुआ तो आशंका है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा आगे भी अपने चुनाव अभियान में सांप्रदायिकता फैलाने से बाज नहीं आएगी।