मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर राज्यसभा में हंगामा, निर्मला सीतारमण ने किया पलटवार
नई दिल्ली, 19 सितम्बर। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को नए संसद भवन में महिला आरक्षण को लेकर ऐसी टिप्पणी कर दी, जिसपर सत्तापक्ष ने जमकर हंगामा काटा और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने खड़गे पर पलटवार किया।
दरअसल, नई संसद में कार्यवाही के पहले दिन मंगलवार को महिला आरक्षण के रूप में पहला विधेयक लोकसभा में पेश किया गया। कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल ने इसे ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ नाम से प्रस्तुत किया, जिसपर बुधवार को चर्चा होनी है।
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने बिल पर बात की। वहीं, पीएम मोदी ने निचले सदन के बाद राज्यसभा को संबोधित किया और इसे सर्वसम्मति से पास करने की बात कही। पीएम के बाद राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे इस बिल पर बोलने आए। लेकिन उनके बयान पर सदन में हंगामा उठ खड़ा हुआ।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने भाषण के दौरान SC, ST और OBC महिलाओं का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल की आदत कमजोर महिलाओं को चुनने की है। खड़गे के इस बयान पर सत्ता पक्ष के सांसदों ने आपत्ति जताते हुए हंगामा किया।
राजनीतिक दलों को कमजोर महिलाओं को चुनने की आदत
खड़गे ने कहा, ‘अनुसूचित जाति की महिलाओं की साक्षरता दर कम है और यही कारण है कि राजनीतिक दलों को कमजोर महिलाओं को चुनने की आदत है और वे उन महिलाओं को नहीं चुनते, जो शिक्षित हैं और लड़ सकती हैं।’
‘इसी वजह से महिलाएं पीछे’
उन्होंने कहा, ‘मेरा कहना ये है कि कमजोर वर्ग के लोगों को हम टिकट देते हैं। मैं सब पार्टी के लिए बोल रहा हूं। हिन्दुस्तान की हर पार्टी में ऐसा है। इसी वजह से महिलाएं पीछे हैं। आप उनको बात करने नहीं देते, आप उनको कभी भी आगे बढ़ने नहीं देते।’
पहले ही पारित हो चुका है महिला आरक्षण विधेयक
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘वे हमें श्रेय नहीं देते हैं, लेकिन मैं उनके ध्यान में लाना चाहता हूं कि महिला आरक्षण विधेयक 2010 में पहले ही पारित हो चुका है, लेकिन यह रुक गया था।’ बता दें कि राज्यसभा में 2010 में यह विधेयक पारित हुआ था और इसे लोकसभा को भेज दिया गया था। उसके बाद यह विधेयक निम्न सदन की ‘प्रॉपर्टी’ हो गया, लेकिन इसे पेश नहीं किया जा सका। पंद्रहवीं लोकसभा के भंग होने के साथ ही संबंधित विधेयक निष्प्रभावी हो गया।
खड़गे के बयान पर सीतारमण का पलटवार
फिलहाल खड़गे के बयान पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पलटवार करते हुए आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, ‘हम विपक्ष के नेता का सम्मान करते हैं, लेकिन यह व्यापक बयान देना कि सभी पार्टियां उन महिलाओं को चुनती हैं, जो प्रभावी नहीं हैं, बिल्कुल अस्वीकार्य है। प्रधानमंत्री जी और हमारी पार्टी ने हम सभी को सशक्त बनाया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी सशक्त महिला हैं। हमारी पार्टी की प्रत्येक महिला सांसद सशक्त है। मैं खड़गे के बयान पर आपत्ति जताती हूं।’