सीपीआई ने दिया संकेत – पीडीए यानी पेट्रियोटिक डेमोक्रेटिक एलायंस होगा विपक्षी दलों के गठबंधन का नया नाम
पटना, 25 जून। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर हुई विपक्षी दलों की बैठक के बाद अब इस गठबंधन का नया नामकरण पेट्रियोटिक डेमोक्रेटिक एलायंस (पीडीए) यानी देशभक्त लोकतांत्रिक गठबंधन रखा जा सकता है। चर्चा है कि इस नाम पर सभी दलों में आम सहमति बन चुकी है। शिमला में 10 से 12 जुलाई को होने वाली विपक्षी दलों की अगली बैठक के दौरान इसकी आधिकारिक घोषणा हो सकती है।
शिमला बैठक में हो सकती है आधिकारिक घोषणा
दरअसल, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) के नेता डी. राजा ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए इसका संकेत दिया है कि नाम पेट्रियोटिक डेमोक्रेटिक एलायंस (पीडीए) रखा गया है। सीपीआई की तरफ से जारी एक प्रेस रिलीज में इस नाम का खुलासा हुआ है। डी. राजा पटना में हुई 23 जून की विपक्ष की बैठक में शामिल हुए थे।
गौरतलब है कि इससे पहले अखिलेश यादव भी एनडीए के मुकाबले पीडीए यानी पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक गठबंधन का नारा दे चुके हैं। माना जा रहा है कि 15 दलों के विपक्षी गठबंधन का नाम पीडीए और संयोजक के तौर पर नीतीश कुमार का नाम तय किया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार विपक्षी दलों की दलों की बैठक के दौरान पीडीए के नाम पर चर्चा हुई थी। हालांकि नाम को अंतिम आम सहमति के लिए फिलहाल घोषित नहीं किया गया।
जानकारों के अनुसार पेट्रियोटिक डेमोक्रेटिक एलायंस (पीडीए) यानी देशभक्त लोकतांत्रिक गठबंधन नाम रखने के पीछे एक मकसद यह भी माना जा रहा है कि भाजपा बार-बार देशभक्ति और राष्ट्रप्रेम के मुद्दों को सामने रखकर अपने चुनावी अभियान को आगे बढ़ाती है। ऐसे अब विपक्ष ने उसी भाषा में भाजपा को जवाब देने के लिए अपनी योजना बनाई है।